मो कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी- महंत श्याम सुंदर दास स्मार्क प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय बलहा मुशहरी परसौनी की शिक्षिका नुसरत जहां को शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने राजकीय पुरस्कार से सम्मानित किया।

शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सूबे के 20 शिक्षकों में इनका चयन बिहार सरकार ने किया था। बीते सोमवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित समारोह में नुसरत जहां को शिक्षा मंत्री ने 15 हजार रुपए का चेक, अंगवस्त्र, मोमेंटों शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान के प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।

नुसरत जहां शिवहर के पिपराही प्रखंड के बसहिया शैख गांव की निवासी हैं। नुसरत को जिला स्तर पर 2018 में शिक्षक दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया था। 2019 में बिहार राज्य परियोजना द्वारा भी सम्मानित किया गया है। 2020 में शिक्षक दिवस पर सीतामढ़ी की तत्कालीन जिला पदाधिकारी अभिलाषा शर्मा द्वारा भी सम्मानित किया गया है। 2021 में भी शिक्षक दिवस पर तत्कालीन जिला पदाधिकारी सुनील कुमार यादव द्वारा सम्मानित किया गया था। मोहम्मद मंजुरूल हक की लड़की नुसरत को शिक्षा से शुरू से ही लगाव था। नुसरत विद्यालय में बच्चों को नवाचार के जरिए पढ़ाई, जरूरतमंद एवं गरीब लड़कियों में अपने निजी कोष से कॉपी, कलम एवं किताब का समय समय पर वितरण करती रही है।

वहीं उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रेरित किया और अपने प्रयास से नामांकन कराया। नुसरत पर्यावरण, नशा मुक्ति, दहेज प्रथा, बाल विवाह पर जागरूकता अभियान चलाया है। कोरोना काल में कोविड 19 का वैक्सीन लेने के लिए लोगों को जागरूक किया। आमजनों में मास्क एवं सेनिटाइजर का वितरण किया। छात्राओं की समस्या को लेकर हमेशा प्रयासरत रहने के साथ ही चेतना सत्र में हमेशा उपस्थित रहती हैं।
शिक्षिका नुसरत जहां ने कहा कि सम्मान से हौंसला बढ़ा है, आगे और भी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करूंगी। बच्चे देश के भविष्य हैं, इन्हें गुणवतापूर्ण शिक्षा मिले यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा।



