अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी डीसीएलआर पुपरी द्वारा रचित पुस्तक,”बिहार के आदर्श शिक्षक” का शिक्षा मंत्री ने किया विमोचन।
डीसीएलआर पुपरी ललित कुमार सिंह द्वारा रचित पुस्तक “बिहार के आदर्श शिक्षक” का लोकार्पण प्रो चन्द्रशेखर ,शिक्षा मंत्री,बिहार सरकार के कर कमलों द्वारा किया गया।केबीसी नैनो प्रकाशन ,नयी दिल्ली,द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में बिहार के राजकीय एवम् राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त 22 शिक्षकों के जीवनवृत्त के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है।शिक्षा मंत्री ने कहा यह पुस्तक बिहार की शिक्षा व्यवस्था को एक नयी दिशा प्रदान करने में सार्थक सिद्ध होगी। मदन मोहन झा स्मृति सभागार,शिक्षा विभाग,पटना में आयोजित इस कार्यक्रम में अपने सम्बोन्धन के दौरान शिक्षा मंत्री ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था में मौजूदा खामियों को दूर करते हुये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पुनर्बहाली पर ज़ोर दिया।

पूर्व कुलपति डॉ रासबिहारी सिंह ने कहा कि जापान जनसंख्या में बिहार के बराबर होते हुये एक विकसित देश है।संसाधनहीनता ही उसका सबसे बड़ा संसाधन है।बिहार को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाने की ज़रूरत है।पुस्तक का आलेख प्रो भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ,पूर्व कुलसचिव ,बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय ,मधेपुरा द्वारा लिखा गया है।कार्यक्रम में फारुक अली,कुलपति,जय प्रकाश विश्व विद्यालय,छपरा,डॉ विजय कुमार चौधरी,निदेशक,बिहार विरासत समिति, डॉ रणजीत कुमार सिंह,निदेशक पंचायतीराज विभाग,इतिहासकार राम शरण अग्रवाल,लेखिका आशा प्रभात समेत बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग उपस्थित थे।प्रशासनिक अधिकारी ललित कुमार सिंह के इस सफल तथा रचनात्मक प्रयास पर डीडीसी विनय कुमार, चर्चित हास्य-व्यंग्यकार गीतकार गितेश, समाजसेवी प्रमोद कुमार नील, मो शम्स शाहनवाज़ शिक्षक डॉ मनीष कुमार आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की है।

