मेरा सौभाग्य है दोनों देशों के लोगों ने मुझे प्यार दिया : उप प्रधानमंत्री:नेपाल
भारत मेरा जन्मभूमि है, वहीं नेपाल मेरा कर्म भूमि है। सोनबरसा प्रखंड के जयनगर पंचायत के कोहबरवा गांव मेरा जन्मस्थली है। दोनों देश का मेरे लिए सम्मानित है। मेरा सौभाग्य है कि दोनों देश के लोगों ने मुझे प्यार दिया। उक्त बातें नेपाल के उप प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समाज पार्टी के वरिष्ट नेता राजेन्द्र महतो ने सोनबरसा स्थित सुदर्शन सेंट्रल स्कूल में पूर्व मुखिया संजय के नेतृत्व में आयोजित सम्मान समारोह में कही। पैतृक गांव एवं प्रखण्ड के लोगो से मिलने की इच्छा थी। यहां के लोगों ने 35 वर्ष जो मुझे प्यार दिया वही प्यार आज भी मुझे मिला। लोगो से मिलने के क्रम में उप प्रधानमंत्री भावुक हो गए। प्रखण्ड के लोगो जो सम्मान दिया है वे मेरे लिये अनमोल है। मेरे पटीदार गांव में ही रहते है। करीब तीन दशक से अधिक मेरे परिवार के लोग नेपाल के सर्लाही जिला के बबरगंज में बस गए थे। वही से राजनीतिक की शुरुआत की।

पांच बार सांसद बना। मंत्री बनने का अवसर भी मिला। आज उप प्रधानमंत्री पद हूँ। सर्लाही आने पर अपने जन्म भूमि को याद करता हूँ। मेरा राजनीति का मकसद मधेश के लोगो को उसका हक़ दिलाना। आज भी संसद में मधेश के लोगो के लिये आवाज उठता हूँ। मधेश के लोगो का हक उसका हक दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगी। उन्होंने बताया मैं जनकपुर से सांसद हूं। लेकिन सर्लाही जिले के लोगो का प्यार व पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष महंत ठाकुर के आदेश पर सर्लाही जिले के क्षेत्र संख्या 2 से सांसद के लिये नामांकन पत्र जारी किया हूं।

उन्होंने कहा कि नेपाल में विधायक व सांसद का चुनाव एक ही दिन होता है। 165 सांसद एव 330 विधायक का चुनाव 20 नवंबर को होगा। वही पूर्व मुखिया संजय कुमार ने बताया कि इतने बड़े पद पर रहने के बाद भी उप प्रधानमंत्री साधारण जिंदगी जीते है। उनका लोगो से मिलना जुलना पहले जैसा है। मुखिया ने कहा आज के परिवेश में भी ऐसे लोगो को राजनीति में रहने की जरूरत है। उप प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उन्हें अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। मौके पर पार्टी के केंद्रीय नेता अरुण सिंह, प्रदेश पत्रकार संघ के कोषाध्यक्ष विश्वनाथ ठाकुर, पूर्व मुखिया कमलदेव महतो, राज किशोर महतो , शिवशंकर महतो, नवीन कुमार ललित कुमार बैधनाथ महतो , सरोज कुमार , डॉ जगरनाथ महतो, बीरेंद्र नायक सत्यनारायण महतो , राम नरेश महतो, डा राम ईश्वर राय, राम आश्रय राय, नागेंद्र कुमारसमेत सैकड़ो लोग मौजूद थे ।

