ब्यूरो रिपोर्ट
बिहार के किशनगंज जिले के गलगलीया इंडो-नेपाल बॉडर पर किशनगंज पुलिस और एसएसबी ने संयुक्त रूप से एक संदिग्ध पाकिस्तानी मूल की अमेरिकन नागरिकता वाली महिला को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। महिला दरअसल भारतीय सीमा से नेपाल बिना वैध दस्तावेज के पार करने की कोशिश कर रही थी इसी दौरान उसे हिरासत मे लिया गया। पकड़ी गयी महिला फरीदा मल्लिक अमेरिका के कैलीफोरनिया की रहने वाली है और उसे फिलहाल किशनगंज महिला थाना रखा गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी महिला को पूर्व में भी उतराखंड में एसएसबी ने गिरफ्तार किया था और वो ग्यारह महीना उत्तराखंड की जेल में बंद थी और सजा काटने के बाद वापस उसको यूएसए भेज दिया गया था। किशनगंज पुलिस ने एफएफआरओ को भी सूचित किया है।साथ ही गृह विभाग के विदेशी नागरिक विभाग को सूचित किया है और कोलकत्ता में यूएस कॉन्सुलेट जनरल को भी सूचित किया है।

एसपी डॉ इनामुल हक मेंगनु ने बताया कि अनुसंधान में पता चला है कि वह महिला मूल रूप से पाकिस्तान की है लेकिन उसने पाकिस्तान की नागरिकता छोड़कर अमेरिका की नागरिकता ले ली है। Us के पासपोर्ट वीजा और डॉक्युमेंट से इंडिया में ट्रेवल करती है और नेपाल बेरोकटोक ट्रेवल करती है जो पता चला है। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी उतराखंड में एसएसबी ने इसे गिरफ्तार किया था और ग्यारह महीना जेल में रही थी और वापस उसको यूएसए भेज दिया गया था। एसपी ने बताया कि एफएफआरओ को भी सूचित किया है और गृह विभाग के विदेशी नागरिक विभाग को सूचित किया है ।

और कोलकत्ता में यूएस कॉन्सुलेट जनरल को भी सूचित किया है।उन्होंने बताया कि महिला की कागजातों की जांच की अगर अवैध कागजात होगा तो पासपोर्ट अधिनियम में तहत मामला दर्ज कर कारवाई की जायेगी। हालांकि फिलहाल पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है और पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा होने की संभावना बताया जा रहा है। आखिर महिला बार-बार भारत क्यों आती थी और भारत के रास्ते नेपाल क्यों जाती थी।वहीं सूत्रों की मानो तो महिला का वीजा भी समाप्त हो चूका हैं। हालांकि महिला की डाक्यूमेंट्स को लेकर पुलिस जांच कर रही है जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा।


