अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढी प्राकृतिक एवम मानव निर्मित आपदाओं के दौरान अधिक से अधिक लोगों के बचाव व सुरक्षित तरीकों से जोखिमों की पहचान कर जोखिम न्यूनीकरण को बढावा देने हेतु डुमरा के एक निजी होटल में डुमरा,बेलसंड और रून्नीसैदपुर प्रखंडों के संकुल संचालकों का एक दिवसीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण दिया गया ।सरकारी गाइडलाइन व न्यायालय के न्याय निर्देश के तहत बच्चे बच्चियों को आपदा से बचाव की जानकारी देना अब अनिवार्य हो गया है ।पढाई के साथ साथ बच्चों को जागरूक करने का समाज में दूरगामी प्रभाव पडेगा ।इस सन्दर्भ में प्रशिक्षक नित्यानंद सिंह व सुरेन्द्र नारायण झा ने प्रतिभागी फोकल शिक्षकों की ज्ञान पिपासा को शांत करने हेतु सैद्धांतिक व माॅक ड्रिल की प्रस्तुति कर ज्ञानवर्धन किया ।भूकंप बाढ सुखाड महामारी सहित अन्य आपदाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना ही इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है ताकि जान माल की क्षति को कमतर किया जा सके ।आज की कार्यशाला में एक केस स्टडी “एक तैराक नौजवान बिना लाईफ जैकेट पहने उफनाई नदी पार करने के क्रम में तेज धारा में बह गया और पानी के तेज धार में बने भंवर में पड जाने के कारण डूबने से उसकी मौत हो जाती है
“।इस घटना के माध्यम से आपदा, जोखिम, खतरे ,नाजुकता, क्षमता एंव पूर्व तैयारी की पहचान जैसे समझ का कार्य प्रतिभागीयो से मीडिया संभाग प्रभारी महेशकान्त राय ने काराया।आपदा का जोखिम”का गणितीय रूपांतरण प्रशिक्षक नित्यानंद सिंह ने आसानी से बताकर प्रतिभागी शिक्षकों का क्षमता वर्धन किया । मौके पर चयनित प्रखंडों के संकुल संचालक मौजूद थे।

