सीतामढ़ी अखिल भारतीय साहित्य परिषद के निवर्तमान संरक्षक हिं दी और उर्दू के विद्वान कवि साहित्यकार और लेखक उमाशंकर लोहिया का हृदय गति रुकने से आकस्मिक निधन हो गया ।शहर में शोक की लहर है ।गजलकार गीतकार लेखक के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले लोहिया साहित्य के क्षेत्र के कोहिनूर थे। अचानक जाना सीतामढ़ी के लिए अपूरणीय क्षति है ।दो पुस्तक रहगुजर और सप्तरंग के लेखक उमाशंकर लोहिया साहित्य क्षेत्र के धरोहर हैं। इनकी पुत्री उर्मिला प्रमिला काफी भावुक हो रो रही थी। ध्वज, पर्यावरण दहेज उन्मूलन जनचेतना समिति के अध्यक्ष आग्नेय कुमार ने बताया समिति के स्थापना काल से ही बीस वर्ष तक कोषाध्यक्ष के रूप में लोहिया जी ने काम किया है ।भारतीय जनता पार्टी के कला संस्कृति मंच जिला संयोजक के रूप में दो बार सेवा दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक के रूप में चर्चित नाम है ।श्रद्धांजलि देने वालों में कवि मुरलीधर झा मधुकर, बाल्मीकि कुमार, गीतकार गीतेश ,रामकिशोर सिंह चकवा ,विनय चौधरी ,सुरेश वर्मा,गुरफाम,पंकज जालान ने श्रद्धांजलि दी।