अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समाधान यात्रा पर सीतामढ़ी सीतामढ़ी आने की संभावना के मद्देनजर डुमरा प्रखंड के बेरवा वह राघोपुर बकरी की सूरत बदल चुकी है। गांव की सड़कों सहित गलियों की सड़कें शौचालय सार्वजनिक शौचालय बिजली का मीटर वृद्धावस्था पेंशन समेत कई योजना का काम आनन-फानन में पूरा किया जा रहा है।

ग्रामीण बताते हैं कि जहां कार्यों के निपटारा के लिए जन प्रतिनिधियों समेत अधिकारियों का दरवाजा लगातार खटखटाया जाता था फिर भी काम नहीं हो रहा था आज वही कार्य सरकार खुद उनका उनके द्वारा पहुंचकर गरीबों को कार्यों का निष्पादन कराने में जुटी है। राशन कार्ड वृद्धावस्था पेंशन शौचालय से वंचित ग्रामीण आश्चर्यचकित है गांव में स्थित पुराने कुएं पर जल जीवन हरियाली का चित्र बनाया गया है ।

बिजली के खंभों पर सोलर लाइट लगाया जा रहे हैं गांव में बंद जल नल योजना की पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।

::- बखड़ी की आनंदी व सावित्री को पेंसन की जगी आश।
डुमरा प्रखंड के राघोपुर बखड़ी स्थित अनुसूचित जाति मुहल्ले में बुधवार को मास्टर साहब के दरवाजे पर कुछ महिलाये बैठी थी, हर आने जाने वालों को बड़ी उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। पूछने पर पता चला की गांव के एक युवक ने बताया है कि आज बीडीओ साहब आएंगे तो पेंसन के काम होगा, एहिलेल बइठल छि।

वार्ड 4 निवासी आनंदी देवी,सावित्री देवी बताती है कि कई बार आवेदन देने के बाद भी उन्हें वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल सका। शायद मुख्यमंत्री के आने से उसे पेंसन मिल सके। दिव्यांग गंगिया देवी का पेंसन 2019 से ही ऑनलाइन नही होने के कारण बंद है। उसी समय सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नीतू कुमार राम वहां पहुंचे और उन्होंने उनसे बात की और डुमरा वीडियो अमरेंद्र कुमार को सभी का ऑनलाइन आवेदन करा पेंसन दिलवाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि छुटे हुए लाभार्थियों को पेंशन उपलब्ध कराने के लिए हर ब्लॉक में कैंप लगाकर आवेदन लिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री के आगमन की खबर से गांव में बना शौचालय:- राघोपुर बखड़ी के वार्ड 3 स्थित अनुसूचित जाति टोला में मुख्यमंत्री के आने की खबर से हो लोग खुश है। कम से कम उनके टोले के लोगो को अब खुले में शौच से मुक्ति मिलेगी । गांव की दुलारी देवी बताती है कि गरीब आदमी कहाँ से शौचालय बनवायेगा।मुखिया जी या किसी जन प्रतिनिधियों को किसी योजना के लाभ के लिये पैसा चाहिए, इसलिए शौचालय नही बना। अब जब सरकार गांव में आ रहे है तो कम से कम सुविधा तो मिलेगी। ग्रामीण रामशंकर बताते है कि जल नल योजना का पाइप लगा तो लेकिन पानी कभी नही आया। अब जब मुख्यमंत्री आ रहे है तो गांव में शौचालय, बिजली का मीटर, पेंसन सब कुछ उपलब्ध बीडीओ साहब खुद करा रहे है। काश मुख्यमंत्री हर साल आते तो सुविधा तो मिलती।