बेलदौर: गुपचुप तरीके से बंद कमरे में जांच होता है। उक्त मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलदौर का बताया जा रहा है। मालूम हो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलदौर में कार्यरत बीसीएम मंजीत प्रसाद आशा कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार की तरह व्यवहार करते हैं। जिस कारण आशा कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्याप्त है। उक्त मामले को लेकर जिला पदाधिकारी के दिशा निर्देश पर उप समाहर्ता खगरिया अभिलाषा कुमारी को जांच करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलदौर भेजा गया जो जांच बंद कमरे में करीब 1 घंटे से लेकर 2 घंटे तक चला। ग्रामीण पीएचसी के प्रांगण में टकटकी लगाए बैठे हुए थे। जिस कारण ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में पूर्व मुखिया कुमारी बेबी रानी ने बताया कि उप समाहर्ता के द्वारा करीब 2 घंटे तक बंद कमरे में जांच-पड़ताल हुआ। वही जो जो आशा कार्यकर्ताओं के साथ विसंगति के नाम पर बीसीएल के द्वारा पैसे की मांग किए थे। उक्त आशा कार्यकर्ताओं से मौखिक एवं लिखित बयान लिया। लेकिन आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि बंद कमरे में जब जांच हो सकता है तो भ्रष्ट बीसीएम के ऊपर क्या कार्यवाही होगी। उक्त आशा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों में काफी आक्रोश देखी जा रही है। मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार, बीसीएम मंजीत प्रसाद, बीएचएम अमर कुमार, पूर्व मुखिया कुमारी बेबी रानी, नगर पंचायत चेयरमैन ममता कुमारी, समाजसेवी संजय शर्मा समेत कर्मी उपस्थित थे।
गुप्त तरीके सें होता है , मरीजों के इलाज आशा कार्यकर्ताओं ने बीसीएम पर लगाया गंभीर आरोप।
