अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी जिले में रविवार को आयोजित बुनियादी साक्षरता परीक्षा में 7801 नव साक्षरो ने भाग लिया। डीपीओ सुभाष कुमार ने बताया कि जिले के 17 प्रखंडों में 8125 का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसमें 8125 नवसाक्षरों ने निबंधन कराया। इनमें 7801 नवसाक्षरों शामिल हुए।

परीक्षा में शामिल होने वाले नवसाक्षरों व शिशिक्षुओं में महादलित वर्ग के 2594, दलित वर्ग के 1184 व अल्पसंख्यक वर्ग के 4023 नवसाक्षर शामिल है। बैरगनिया प्रखंड में निबंधित 380 में 336, बाजपट्टी में 145 में 140, बथनाहा में 600 में 600, बेलसंड में 260 में 256, बोखड़ा में 20 में 19, चोरौत में 100 में 100, डुमरा में 1420 में 1408, मेजरगंज में 240 में 225, नानपुर में 540 में 400, परिहार में 520 में 520, परसौनी में 380 में 345, पुपरी में 300 में 298, रीगा में 1380 में 1363, रुन्नीसैदपुर में 760 में 712, सोनबरसा में 420 में 420, सुप्पी में 200 में 199 एवं सुरसंड में 460 में 460 नवसाक्षरो व शिशिक्षुओं ने परीक्षा दी। कहा कि परीक्षा को लेकर नव साक्षरों में काफी उत्साह देखा गया। परीक्षा के लिए जिले में 146 केंद्र बनाए गए थे। प्रत्येक प्रखंड में एक आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया था।

परीक्षा में पढ़ना-लिखना व गणित विषय की परीक्षा ली गई। इस दौरान एसआरपी संजय कुमार मधु, सभी बीईओ, केआरपी सहित अन्य पदाधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। वही डुमरा प्रखंड में बने मध्य विद्यालय चकमहिला मॉडल केंद्र ,रिगा प्रखंड के मध्य विद्यालय सिरौली में बने परीक्षा केंद्र का उद्घाटन एसआरपी संजय कुमार मधु ने किया। वही बाजपट्टी प्रखंड के मध्य विद्यालय बसहा कन्या में बने मॉडल परीक्षा केंद्र को गुब्बारे व फूलो से सजाया गया था। इस केंद्र पर सभी महिलाओं में परीक्षा के प्रति काफी उत्साह देखा गया। कई महिलाएं अपने गोद में बच्चो को ले परीक्षा देने पहुची। बीईओ पूनम कुमारी ने बताया की बाजपट्टी में 5 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमे 145 नवसाक्षरों ने निबंधन कराया था। वही 140 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी। परिक्षार्थियी में काफी उत्साह देखा गया। वही बथनाहा प्रखंड के मध्य विद्यालय पंथ्पाकर में आदर्श केंद्र बनाया गया जिसमे प्र०अ० अनिल कुमार एवं के.आर.पी. लाल बाबू राय ने उद्घाटन कर नवसाक्षर महिलायो के 12 केन्द्रो पर रोचक वातावरण मे शिक्षक, शिक्षा सेवको एवं केन्द्राधीक्षक द्वारा फुल माला से स्वागत कर नवसाक्षर की परीक्षा ली गई।