अमित कुमार का रिपोर्ट
श्याम मेरी चुनर पर रंग मत डाल, विनती करूं पैया पडु तोरे बार बार।
सीतामढ़ी शहर में महिलाओं संग श्री श्याम प्रभु के होली का अनोखा कार्यक्रम हुआ
। शहर के बीच स्थित खेमका कॉलोनी स्थित श्री श्याम मन्दिर में श्री श्याम मित्र मण्डल के तत्वाधान में तीन दिवसीय श्याम फल्गुनोत्सव का समापन सांवरिया संग महिलाओं की होली के साथ हुआ।

श्री श्याम मन्दिर के उपाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी राजेश कुमार सुन्दरका ने कहा कि होली के पूर्व श्री श्याम प्रभु संग महिलाओं द्वारा फूलों की होली, तन-मन को श्याम के भाव रस से भिगोते हुए बिना रंग अबीर के भी रंगों से सरोबार करने वाला रहा। तीन घंटे के इस कार्यक्रम में बच्चियों, युवतियों व बुजुर्ग महिलाओं ने गीत संगीत “श्याम होली खेलने आया, सारे ब्रज में धूम मचाया, श्याम होली खेलने आया।”, “बरसे रंग गुलाल श्याम तेरी होली में, रंग दे रंग दे चुनरिया श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया।”, “आज बिरज में होली रे रसिया, होली रे रसिया बरजोरी रे रसिया, आज बिरज में होली रे रसिया।”, “फागुन आया, खुशियां लाया, चलो रे खाटू, बाबा ने बुलाया, भक्तों की निहारे बाट।

होली खेलेंगे खाटू वाले के साथ।” आदि मीठे भजनों के साथ श्री श्याम प्रभु को रिझाते हुए फूलों की पंखुड़ियों के द्वारा होली का आनन्द लिया। सुन्दरका ने कहा कि इसके पूर्व बाबा को होली के पोशाक, रंग बिरंगे बैलून के हार व गेंदा की मालाओं से ऐसा सजाया गया मानो श्याम बाबा होली की मस्ती के लिए तैयार हों। फूलों से होली होते हुए भी खिलाड़ी तन-मन से श्याम के भाव रस में भीगते हुए बिना रंग अबीर के भी रंगों से सरोबार दिखे। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं की मनपसन्द चटपटे व्यंजनों की व्यवस्था थी। तीन दिवसीय श्री श्याम फल्गुनोत्सव 2023 को सफल बनाने में श्री श्याम मित्र मण्डल तथा राधा सखी मण्डल की दीपा जालान, अनु बागला, सुनीता शर्राफ, कंचन ढ़नढ़निया, नीलम चौधरी, रूपा जालान, राजेश गोयनका, दीपक मस्करा, राजकुमार खेमका, जनार्दन भरतिया, रवि ढ़नढ़निया, कान्तिलाल शर्मा, श्रवण जीवराजका, बऊवा शर्मा, प्रदीप परशुरामपुरिया, पंकज गोयनका, विशाल अग्रवाल, अजीत गर्ग, बसन्त कुमार, अतुल सुरेका, विकास कुमार हिसारिया, जयप्रकाश शर्मा, प्रमोद शर्राफ, सन्तोष माखड़िया, पंकज हिसारिया, अशोक सोनी, घनश्याम व्यास, पंकज मस्करा, आशुतोष कुमार, अजय सोनी, उमाशंकर मिश्र डब्बू, आशीष अग्रवाल, सुरेश लच्छीरामका, राजकुमार हिसारिया, अंकित अग्रवाल, अनिल हिसारिया, लालबाबू जी, पारस कुमार समेत सभी श्याम भक्तों ने एक महीने पूर्व से दिन-रात मेहनत की।