अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी, कला-संगम एवं पं० चंद्रशेखर धर शुक्ल साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को डुमरा स्थित प्रौद्योगिकी उद्यान में ‘होली मिलन समारोह’ का आयोजन किया गया। जिला लेखा पदाधिकारी प्रियरंजन राय के संयोजकत्व में आयोजित समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि सुशील कुमार झा ने की। संचालन गीतकार गीतेश ने किया। मुख्य अतिथि डीडीसी विनय कुमार ने कहा कि होली बुराई पर अच्छाई की जीत है। प्रेम और रंग के इस त्यौहार को हमें शालीनता एवं हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए। विशिष्ट अतिथि पुपरी डीसीएलआर ललित कुमार सिंह ने कहा कि मांसाहारी भोजन का त्याग कर शाकाहारी भोजन को अपनाना ही जिंदगी का सबसे खूबसूरत रंग है। इसी खूबसूरत रंग से हमें होली खेलनी चाहिए।

अन्य वक्ताओं ने भी होली के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खुद के अंदर समूह की और समूह के अंदर खुद की व्याप्ति का बोध मन की क्षुद्रताओं को धो डालता है। होली सच्चे अर्थों में खुद को समाज में विलीन कर देने का त्योहार है। वक्ताओं में शिक्षाविद डा० नवल प्रसाद यादव, पूर्व प्राचार्य ब्रजमोहन मंडल, डॉ० सुनील सुमन, भासर मछहा उत्तरी के मुखिया अजीत कुमार, मुरादपुर पंचायत के मुखिया संजीव कुमार बाजितपुरी , रामबाबू सिंह ‘वनगांव’, शैलेंद्र कुमार खिरहर आदि प्रमुख थे। संस्था के सक्रिय सदस्य रेणु सिंह कुशवाहा ने आगत अतिथियों को मिष्ठान भेंट कर होली की शुभकामना दी।
गीतकार गीतेश ने अपनी रचना ‘रंग, व्यंग,गुलाल की बौछार होली है, प्रेम और भाईचारा का त्योहार होली है’ से माहौल को रंगीन कर दिया। युवा कवि कृष्णनंदन लक्ष्य की रचना ‘आओ मस्ती में कुछ गा लें, होली को इस तरह मना ले’ ने महफिल को जवां बना दिया। मो० कमरुद्दीन नदाफ की गजल ‘कहीं पड़े न मोहब्बत की मार होली में, अदा से प्रेम करो दिल से प्यार होली में’ के अलावा सुरेश लाल कर्ण, प्रिय रंजन राय, रजनीश रंजन, यशवीर सिंह, प्रणीत प्रकाश, अनिल अंकन, रवि रंजन, शशि रंजन, रवि प्रकाश ने शब्दों के रंग और व्यंग्य की बौछार से महफिल में इंद्रधनुषी छटा बिखेर दी।