अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढी।बिहार शिक्षा परियोजना, यूनिसेफ व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के देखरेख में सोमवार को बाजपट्टी प्रखंड अंतर्गत 7 उच्च माध्यमिक विद्यालयो में आपदा प्रशिक्षण का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला की शुरूआत की गई ।इसका मुख्य् उदेश्य मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम को प्रखंडाधीन विद्यालयों में सफलतापूर्वक आयोजित करने ,सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित करने व बच्चों को आपदा के प्रति जागरूक करने हेतु शिक्षकों को शिक्षा के अलावे आपदा जोखिम न्यूनीकरण में भी विशेषज्ञ बनाने की कोशिश है ।

एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर के रूप में राम जीवन राय, सुजीत कुमार ,अवनीन्द्र भूषण, नितेश कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद साह, राजेश कुमार,कौशल किशोर राय, मुकेश मोहन शर्मा,ग्रिजेश कुमार,गुलाम रब्बानी, मनोरंजन कुमार, उमेश कुमार सिंह,अशोक कुमार, प्रशांत कुमार ने प्रतिभागियों को आपदा से बचाव व आपदा प्रबंधन की आवश्यकता तथा विद्यालय में सही ढंग से सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम संचालित करने का तरीका बताया ।मौके पर प्रशिक्षको द्वारा सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम को अनिवार्य रूप से संचालित करने का सभी शिक्षकों से आग्रह किया गया।आपदा न्यूनीकरण को लेकर विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन से प्रतिभागियों को अवगत कराते हुए कहा कि सभी स्कूलों में शिक्षकों को आपदा प्रबंधन व बचाव कार्य में प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। वही सुप्रीम कोर्ट के आदेशालोक में सुरक्षित माहौल में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की हम सभी शिक्षकों की महती जिम्मेवारी बनती है ।सभी विद्यालयी बच्चों को आपदा जोखिम न्यूनीकरणके प्रति आपदा पूर्व तैयारी कैसे करायें इसके लिए हर शिक्षक को प्राकृतिक और मानव जनित घटीत आपदाओं से सफलतापूर्वक सामना करने हेतु आपदा विशेषज्ञ के तौर पर महतीा भूमिका निभानी होगी। विद्यालय में हजार्ड हंट की पहचान व समझ ,भूकम्प, बाढ,आंघी व चक्रवाती तूफान, अगजनी, भगदड, नाव दुर्घटना, महामारी, बाल अपराध, गुड टच बैड टच इत्यादि विषयों के बारे में विस्तार से बताया साथ ही माॅक ड्रिल की प्रस्तुति कर प्रतिभागीयो की समझ को बढाया।आपदा प्रबंधन के गठन व उनके कार्य,फोकल शिक्षक व बाल प्रेरक के चयन व उनके कार्यों से प्रतिभागी को भलीभांति अवगत कराया गया। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पूनम कुमारी ने शिक्षकों से कहा कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए आपदा पूर्व की तैयारी किसी भी आपदा से बचाव का बेहतर विकल्प हो सकता है इसे शिक्षक ही नहीं सभी व्यक्ति को अंगीकार करना होगा । ज्ञातव्य हो कि सीतामढी आपदा प्रवल जिला है जहाँ आपदा पूर्व तैयारी बहुत मायने रखती है । उन्होंने बताया कि उत्क्रमित हाई स्कूल पचड़ा निमाही, बाजितपुर, धनकौल बुजुर्ग, भासेपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मधुरापुर, वनगांव दक्षिणी, बाजपट्टी में 350 शिक्षक भाग ले रहे है।