अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी ,डुमरा स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान में गौरैया दिवस पर पौधे वाले गुरुजी ट्री मैन सुजीत कुमार ने बच्चों के बीच पहुंचकर गौरैया के संरक्षण के बारे में बच्चों को जानकारी देते हुए कहा कि 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है । आई लव स्पेरो इस वर्ष की थीम है। गौरैया की संख्या में चिंताजनक कमी आई है इसके संरक्षण के लिए घोंसला लगाने की प्रबल आवश्यक्ता है । प्रकृति का सौन्दर्य और जैव विविधताओं से भरा हुआ घरेलू पक्षी गौरैया है । यह मानव का सहगामी अण्डयुज पक्षी सोलह सेण्टीमीटर लम्बी और बत्तीस ग्राम तक वजनी होती है। फसलों में कीटनाशक के छिड़काव से यह पक्षी मर रहे हैं । दिन भर खिड़की और रोशनदान बन्द रहने के कारण घरों में घोंसला बनाने के लिए अंदर जा नहीं पाती है। रेडिएशन और सीलिंग फैन से कटकर इसकी संख्या लगातार कम होती जा रही है। इसके संरक्षण के लिए समाज के लोगों को कृत्रिम घोंसले एवं दाना पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। गर्मी के दिनों में घर के छत पर और उसके आस-पास बाग-बगीचे में पानी रख देना चाहिए जिससे पक्षी अपनी प्यास बुझा सके।
मौके पर विशाल, छोटू, गोपाल, रवि, अंशु, सुधा, अमृता, मनीषा,अंचली,अफरीदा,गुलनाज, चाहत सहित कई छात्र- छात्राए उपस्थित रहे।