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दिल्ली के जंतर मंतर पर पूर्व सैनिकों का लगातार धरना प्रदर्शन जारी

ByFocus News Ab Tak

Apr 10, 2023

दिल्ली के जंतर मंतर पर पूर्व सैनिकों का लगातार धरना प्रदर्शन जारी है । आंदोलनकारी भूतपूर्व सैनिकों ने सरकार से लगातार धरना प्रदर्शन में अपनी कई मांगे रखी है ।इतना ही नही आंदोलनकारि पूर्व सैनिकों का कहना है की अगर ये मांग पूरी नहीं होती तो केंद्र सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा ।
सुनिए इनका क्या है मांग ।
जे सीओ.एन सी ओ जवान और मानद अधिकारियों की पे और पेंशन पहले की तरह 70% की जायें।
पे / पेंशन फिटमैन्ट फैक्टर सब के लिए एक रखा जायें। न कि किसी के लिए 2.81 और दूसरे के लिए 2.57

वीर नारियों की पेंशन में भी असमान अंतर है जैसे अधिकारियों की वीर नारियों को रुपए 54000 प्रतिमाह, अन्य पदो की वीर नारियों को रुपए 20000 प्रतिमाह.
अपंगता पेंशन (नॉर्मल) 100% जैसे अधिकारी प्री (2006) रुपए 5880 प्रतिमाह,
वेतन आयोग के बाद रूपए 75870 प्रतिमाह इसी प्रकार हब्ल्यू, आई पी रूपये 151740 और डबलू, आई पी (इंवेलिड आउट) रुपए 252900 प्रतिमाह इसके अनुपात में अन्य पदों को प्री 2006 100% रुपए 3510 प्रतिमाह
वेतन आयोग के बाद रूपए 9000 प्रतिमाह के अंतर से दिया जाता है।
स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति वाले पूर्व सैनिकों को समान पद समान वेतन का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
मिलिट्री सर्विस पे अधिकारी रुपए 15500 प्रतिमाह अन्य पद रुपए 5200 प्रतिमाह देय है। मिल्ट्री बसों की रुपए10800 प्रतिमाह

पूर्व सैनिक संघर्ष समिति कोटद्वार भारत सरकार से अपील और निम्न मांग करती है:-
अन्य पदो की सर्विस पेंशन तीसरे वेतन आयोग से पहले की तर्ज पर बेसिक वेतन का 75% किया जायें।
सैनिक विधवाओं, वीरांगनाओं एवं वीर नारियों की पेंशन भी सर्विस पेंशन के बराबर की जायें।
अपंग / विकलांग पेंशन सभी रैंक के लिए एक समान की जाय, जब अपंगता समान है तो विकलांग पेंशन अलग
क्यों? अधिकारियो और अन्य पदों के फिटमेन्ट फैक्टर को समान किया जाय।

मिलिट्री सर्विस पे पाश्चात्य देशों की तर्ज पर लागू की गई परन्तु उसमें भी भिन्नता है, जो सभी रैंक के लिए सामान की जाया
स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति वाले पूर्व सैनिकों को समान पद समान वेतन का लाभ दिया जायें।
प्रत्येक वेतन आयोग एवं निर्णायक समितियों एवं उच्च राष्ट्रीय निर्णायक मण्डलों में अन्य पदो के प्रतिनिधि भी हिस्सेदारी होनी सुनिश्चित की जायें।

केंद्रीय कर्मचारियों एवं सैन्य कर्मचारियों की सेवा शर्ते अलग-अलग है तथा कार्य का प्रकार एवं समय भी अलग हैं, अतः सैन्य कर्मियों के लिए पृथक वेतन आयोग का गठन किया जाय एवं उसमे अन्य पद के प्रतिनिधि सुनिश्चित किये जाए।
वीर नारी, अपंगता एवं मिल्ट्री सर्विस पे एक ही की जाये न कि अलग-अलग
तीनों सेनाओं के सिपाही की पे बैंड 1 से बढ़ाकर पे बैंड 2 में समाहित करनी चाहिए तदंतर सभी पदों के पे बैंड को आगे बढ़ा देना चाहिए, इससे सभी रैंक की पे और पेंशन स्वत बढ़ जाएगी।

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