बुनियादी विद्यालय डुमरा में प्रशिक्षकों का विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित।
-प्रशिक्षण में दो दर्जन से अधिक प्रशिक्षकों ने लिया भाग।
अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी, जिला मुख्यालय स्थित बुनियादी विद्यालय में
जिले के स्कूलों में संचालित सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम के तहत आपदा प्रबंधन के मॉनिटिरिंग बि का प्रशिक्षण दिया गया । इस अवसर पर बताया गया कि बिहार शिक्षा परियोजना के प्रशिक्षकों द्वारा मोनिटरिंग किया जाएगा। प्रशिक्षक संबंधित स्कूलों में जाकर हेडमास्टर, फोकल शिक्षकों, बाल संसाद, विद्यालय आपदा प्रबंधन समिति से संपर्क कर कार्यक्रम का फीडबैक लेकर जिला कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे। प्रशिक्षकों के फीडबैक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्य योजना तैयार की जाएगी। बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वावधान में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के गाइडलाइन के तहत प्रशिक्षकों का एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें बीईपी के दो दर्जन से अधिक प्रशिक्षकों व उत्पे्ररकों ने भाग लिया। कार्यशाला में प्रतिभागियों को जिला मास्टर ट्रेनर समेत एसडीआरएफ व अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने मॉकडील कर आपदा प्रभावित व्यक्तियों के बचाव का तरीका बताया। इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन एसएसए डीपीओ सुभाष कुमार, एसडीआरएफ के अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर किया। कार्यक्रम का संचालन बीईपी के भीएसएस मीडिया संभाग प्रभारी महेश कांत राय ने किया। मौके पर डीपीओ श्री कुमार ने कहा कि आपदा से बचाव के लिए सतर्कता जरुरी है। उन्होंने कहा कि अभी गर्मी के मौसम में लू व अगलगी की दुर्घटना से बचाव जरुरी है। साथ ही बच्चों में चकमी बुखार से बचाव के लिए जागरूकता पर विशेष ध्यान देने की बात कही। वही अग्निशमन सेवा व एसडीआरएफ के अधिकारियों ने कहा कि गर्मियों में आग की दुर्घटना छोटी से छोटी लापरवाही से हो सकती है। आपसी सहयोग से इन दुर्घटनाओं की रोकथाम संभव है। वहीं बीईपी के संभाग प्रभारी ने कहा कि जिले के शतप्रतिशत शिक्षकों को आपदा का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने प्रशिक्षकों को इन शिक्षकों के माध्यम से बच्चों को आपदा के प्रति जागरुकता लाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा की। मौके पर एसडीआरएफ के अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार, बृज कुमार, पप्पू कुमार, दिवाकर यादव, निर्मल कुमार, भिखारी पंडित, अग्निशमन सैनिक राम कुमार राम, मास्टर ट्रेनर एसएन झा, तारकेश्वर मंडल समेत दर्जनों प्रशिक्षु मौजूद थे
