सप्ताह में दो दिन होगा निरीक्षण।
छात्रों की उपस्थिति या अन्य गड़बड़ी मिलने पर कटेगा एक दिन का वेतन।
निरीक्षण को और प्रभावी बनाने के लिये जिला में निरीक्षण कोषांग स्थापित।
प्रखंडों को दिया गया निरीक्षण के लक्ष्य।
अमित कुमार की रिपोर्ट
बिहार में जाने माने विभाग सुधारक नाम से प्रसिद्ध के. के.पाठक किसी परिचय का मोहताज नहीं श्री पाठक के इस एक्शन भरी फिल्म के अभिनेता बने अमरेंद्र पाठक और एक्शन मोड में जिले के अलग अलग प्रखंडों से 15 शिक्षकों पर एक्शन लीगई हम बात करते है सीतामढ़ी जिले में सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने के लिए विभागीय निर्देश के आलोक में निरीक्षण के लिए शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी सहित अन्य विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है। इसका असर अब सरकारी विद्यालय में दिखने भी लगा है ।

निरीक्षण के दौरान विद्यालय में गड़बड़ी पर कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है। इसी क्रम में निरीक्षण के दौरान विद्यालय से बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले 15 शिक्षकों पर कार्यवाही की गई है। जिनमें डुमरा प्रखंड के महंत रघुनाथ दास बालिका उच्च विद्यालय के ब्रजेश कुमार झा ,पुपरी प्रखंड के मध्य विद्यालय विक्रमपुर की राधा देवी ,रीगा प्रखंड के बलभद्र उच्च विद्यालय बभनगामा की पूजा कुमारी, सुरसंड के मध्य विद्यालय मझौरा की आदया रंजन, बोखरा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय ब्रह्म स्थान बनउल की रेखा कुमारी मेजरगंज प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय लालदासी की नगीना देवी, नानपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय गौरी चट्टी के नौशाद अख्तर ,मध्य विद्यालय भगवानपुर ददरी के शैलेंद्र कुमार, पुपरी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय ब्रह्मस्थान गाढ़ा के मनोज राम और रामपुकार राय, रीगा प्रखंड के मध्य विद्यालय बराही की मीरा सिंह, रुन्नीसैदपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय होदा टोल गाढ़ा के मनोहर प्रसाद, सोनबरसा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय दलकावा दक्षिणी के वीरेंद्र कुमार, प्राथमिक विद्यालय मूसहरनिया पूर्वी के मोहम्मद तनवीर आलम सुप्पी प्रखंड के मध्य विद्यालय सोनौल खान की रंजू कुमारी शामिल है। इन सभी शिक्षकों का बिना सूचना अनुपस्थित रहने को लेकर निरीक्षण के तिथि की वेतन कटौती करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी ने देते हुए बिना सूचना अनुपस्थित रहने के संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से अपना स्पष्टीकरण जिला शिक्षा पदाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
निरीक्षण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए जिले में निरीक्षण कोषांग का गठित किया गया है। जिसमें बिहार शिक्षा परियोजना के पवन कुमार सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी ,अतहर तोहिद सहायक साधन सेवी ,अंजनी कुमार सहायक कंप्यूटर प्रोग्रामर, संजय कुमार पाठक कार्यक्रम सहायक ,विनोद राम टाइपिस्ट ,मुकेश कुमार तकनीकी सहायक, नितेश कुमार कंप्यूटर ऑपरेटर, संजय कुमार मधु एसआरपी साक्षरता ,एवं साजन कुमार डाटा एंट्री ऑपरेटर माध्यमिक शिक्षा एवं साक्षरता को लगाया गया है। वही कार्यक्रम पदाधिकारी रिशुराज सिंह एवं आयुष कुमार को जिला स्तरीय अनुश्रवण कोषांग का प्रभारी बनाया गया है साथ ही जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान सुभाष कुमार को जिला स्तरीय अनुश्रवण कोषांग का वरिये प्रभारी बनाया गया है।
प्रखंडों को प्रतिदिन निरीक्षण का दिया गया टारगेट
जिले के सभी प्रखंडों को निरीक्षण के लिए प्रतिदिन विद्यालयों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें बैरगनिया को 24, बाजपट्टी को 47, बथनाहा को 56, बेलसंड को 31, बोखरा को 25, चोरौत को 20, डुमरा को 72, मेजरगंज को 18 ,नानपुर को 36, परिहार को 59, परसौनी को 17, पुपरी को 37, रीगा को 39, रुन्नीसैदपुर को 92, सोनबरसा को 50, सुप्पी को 26 व सुरसंड को 42 विद्यालयों के प्रति दिन निरीक्षण का लक्ष्य दिया गया है। प्रखंड वार दैनिक निरीक्षण के लिये विद्यालयों की निर्धारित संख्या को प्राप्त करने की जिम्मेवारी बीईओ को दी गई है। डीईओ डॉ अमरेन्द्र कुमार पाठक ने बताया कि किसी भी स्तर पर निरीक्षण में कोताही बर्दाश्त नही की जाएगी। साथ ही सभी बीईओ को 4 बजे तक समेकित प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।
वही बुधवार को निरीक्षण के चौथे दिन सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था मैं काफी बदलाव दिखा। जिले के अधिकांश विद्यालयों मैं शिक्षकों की संख्या पर्याप्त देखी गई। जबकि बारिश के मौसम में भी बच्चे विद्यालयों में बड़ी संख्या में दिखे। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान सुभाष कुमार ने डुमरा प्रखंड के मध्य विद्यालय चकमहिला मधुबन रामपुर परोड़ी समेत कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालयों में बच्चों को शिक्षकों के द्वारा पढ़ाने के तरीकों के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में बिना सूचना अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की संख्या में काफी कमी आई है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान विद्यालयों की स्थिति संतोषप्रद होने की बात बताई।

