हजारों की संख्या में महिला पुरूष शव का एक झलक पाने को रहे बेताब
मो.कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी- यूपी के शंत कबीर जिले के रहने वाले मौलाना मुफ्ती सईद हसन का रविवार को परिहार प्रखंड के बेला मच्छपकौनी मे निधन हो गया था। वह 1975 में सीतामढ़ी के कन्हवां में आए और सीतामढ़ी के होकर रह गए। उनके निधन से मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ उनके अकीदमंत में शोक की लहर है। उनके चाहनेवाले देश व पड़ोसी देश नेपाल के अकीदमंत गम में हैं। उनकी एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में महिला पुरूष बेताब दिखे। उन्हें मदरसा दारुल उलूम रजा ए मुस्तफा बेलामच्छपकौनी के प्रांगण में दफनाया गया। मुफ्ती सईद खां दारुल उलूम रजा ए मुस्तफा बेलामच्छपकौनी मदरसा के संचालक थे। उससे पुर्व मदरसा रजाउल उलूम कन्हवां मे शिक्षा देने का काम किया। समाज के सभी समुदाय एवं सभी वर्ग के लोग में उनकी अच्छी पैठ थी। दूर-दराज से लोग उनसे मिलने आते थे। सभी के साथ उनके अच्छे रिश्ते थे। हजारों उलेमा और चाहने वालों जनाजा की नमाज में शामिल हुए और उनके मगफिरत के लिए दुआ किया। मौके पर पुर्व सांसद अर्जुन राय, पुर्व विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष सुनील कुशवाहा, सीओ प्रभात कुमार, थानाध्यक्ष चंद्रभूषण कुमार सिंह, कांग्रेसी नेता शम्स शाहनवाज, जिला पार्षद आलमगीर, सगीर साह, प्रमुख पति धर्मेंद्र कुमार, पुर्व मुखिया कन्हवां जुम्मन, शफाउल्लाह पंसस पति फिरोज अंसारी, गुलाब सिद्दीकी, तनवीर आलम, ऐहसानुल्लाह खान, मो जिलानी, प्रोफेसर गौहर सिद्दीकी, पूर्व मुखिया मो सदरे आलम खान, सुऐबुर रहमान, मौलाना शमीम अहमद खान सहित हजारों गणमान्य व आमजन मौजूद थे।
