मो.कमर अख्तर की रिपोर्ट
इंडो नेपाल बॉर्डर स्थित सीतामढी जिला के सोनबरसा में एसएसबी ने एक नाबालिग युवती को मानव तस्करों से बचाया। युवती भारतीय क्षेत्र से नेपाल की ओर जा रही थी। तभी एसएसबी ने पुछताछ के लिए उसे रोक लिया। उसके साथ दो युवक भी थे। तीनों से पूछताछ में शक होने पर एसएसबी ने सोनबरसा थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
लालबंदी एसएसबी के मुख्य आरक्षी दिनेश सिंह बॉर्डर पर सोमवार की शाम करीब पांच बजे ड्यूटी कर रहे थे। एक नाबालिग लड़की नेपाल की ओर जाने के लिए बॉर्डर पार कर रही थी। उसने पूछताछ में अपना नाम मुस्कान कुमारी बताया। वह पूर्वी चंपारण के बंजरिया थाना क्षेत्र के सुराहा गांव के स्व. सुरेश साह की पुत्री है। एसएसबी की पूछताछ के दौरान ही वहां दो युवक भी पहुंचे। विशाल नामक एक युवक ने एसएसबी को बताया कि यह लड़की घर से भागी हुई है। वह मुंहबोला जीजा है। उसके साथ आठ माह से रह रही है। रात में घर से भाग गई थी, जिसे खोजते हुए यहां पहुंचे है। लड़की ने एसएसबी को बताया कि विशाल उसे जागरण कार्यक्रम में नचाने के लिए लाया है, पर वह नाचना नही चाहती है। इसलिए वह भाग कर नेपाल जा रही थी। एनजीओ एवं एसएसबी की पूछताछ में यह मामला मानव तस्करी का सामने आने के कारण दोनों युवकों के साथ उक्त लड़की को पुलिस के हवाले कर दिया गया।
स्थानीय थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी सुचित्रा कुमारी ने पूर्वी चंपारण एसपी से बात कर लड़की के बारे में जानकारी दी। एसपी से पता चला कि पूर्वी चंपारण के मुफ्फसिल थाना में उक्त लड़की की मां ने 21 मई 23 को ही उसके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मुफ्फसिल थाना के पुलिस अधिकारी संजय कुमार मंगलवार सोनबरसा थाना पहुंचे और तीनों को लेकर रवाना हो गये।
