मो.कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी – अखिल भारतीय किसान सभा जिला परिषद सीतामढ़ी की बैठक जिलाध्यक्ष का वैद्यनाथ हाथी की अध्यक्षता में मेहसौल चौक स्थित शहीद चंद्रनाथ भवन परिसर में संपन्न हुआ। अखिल भारतीय किसान सभा के द्वारा राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत आगामी 9 अगस्त को क्रांति दिवस के रूप में किसानों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर खासतौर से बाढ़ सुखाड़ के स्थाई समाधान को लेकर बिहार के सभी समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन करने पर विचार विमर्श किया गया।
अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य पर्यवेक्षक राजीव कुमार चौधरी ने कहा कि सीतामढ़ी को बाढ़ ग्रस्त घोषित करने को लेकर यह बैठक महत्वपूर्ण है। जिले के अंदर किसानों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधा आम किसानों तक नहीं पहुंच पाती है। आपको बता दें कि अखिल भारतीय किसान सभा देश का पहला किसान सभा है जिसकी स्थापना सन 1936 में हुई थी। तब से लगातार किसानों की समस्याओं को लेकर लड़ने के साथ आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है। संगठन का सदस्यता अभियान जोरों पर है माह अगस्त के अंदर सभी शाखाओं अंचलों का सम्मेलन करना है। आगामी 10 सितंबर को सीतामढ़ी का जिला सम्मेलन होगा। बैठक के माध्यम से मांग करते हैं कि सीटू के आधार पर सभी फसलों का लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हो। केंद्रीय कानून के आलोक में वर्तमान बाजार मूल्य के आधार पर सभी अधिग्रहित जमीन का मुआवजा किसानों को दिया जाए। बरसों से जमाबंदी जमीन को सरकारी जमीन घोषित करना बंद करो। जिले के एकमात्र औद्योगिक प्रतिष्ठान रीगा चीनी मिल को अविलंब चालू करो। रीगा चीनी मिल पर बरसों से बकाए किसानों कर्मियो का भुगतान अभिलंब हो। 60 वर्ष के ऊपर के सभी किसानों को प्रतिमाह 10 हजार रूपए पेंशन की गारंटी हो, किसानों का सभी तरह का कर्ज माफी हो सहित दर्जनों मांगों को लेकर आगामी 9 अगस्त को समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। मौके पर जिलासचिव जयप्रकाश राय, महेश झा, वासुदेव दास, गयासुद्दीन, उमाशंकर सिंह, सोनेलाल साह, रामाशीष सिंह, रविशंकर ठाकुर, लक्ष्मी ठाकुर, इजहरुल अंसारी, संजय यादव, गणेश ठाकुर, लालबाबू सिंह, पप्पू भगत,धर्मलाल कापर, ललचन साह, मोजीब खान समेत अन्य मौजूद थे।
