अमित कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी,बिहार कृषि प्रधान राज्य है और सभी जिलों में अनाज आधारित एथनॉल प्लांट उद्योग की अच्छी संभावनाएं है। केंद्र सरकार की ओर से 2021 में लायी गयी ग्रीन एनर्जी पॉलिसी के इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। ये बातें भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य व एथेनॉल एंड बायोफुएल टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन के सचिव व रीग्रीन एक्सेल कंपनी के निदेशक पूर्व सैन्य अधिकारी आशुतोष शंकर सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी – शिवहर जिले में इथेनॉल उद्योग की स्थापना करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जमीन की खोज की जा रही। उसकी उपलब्धता होते ही उद्योग स्थापित किया जाएगा। श्री आशुतोष ने बताया है कि इथेनॉल मुख्य रूप से गन्ने, मक्का एवं चावल के टुकड़े से तैयार किया जाता है। चीनी के उत्पादन से बचा हुआ उप उत्पाद इथेनॉल पेट्रोल का एक अच्छा विकल्प है। इसका उपयोग इंधन के विकल्प के रूप में किया जाता है। यह लागत के हिसाब से सस्ता भी है। इसी क्रम में मुजफ्फरपुर के मुरारपुर औद्योगिक क्षेत्र में मुजफ्फरपुर बायोफ्यूल प्राइवेट लिमिटेड का शुभारंभ किया जा रहा है। कहा कि पूरे देश में ट्राई पेट अनुबंधन के आधार पर 67 एथनॉल प्लांट के कार्य की शुरुआत हुई थी।