सीतामढ़ी से ब्यूरो रिपोर्ट
सीतामढ़ी के सांसद श्री सुनील कुमार पिंटू के प्रयासों से शीघ्र ही सीतामढ़ी में 400 करोड़ रुपए की लागत से मां सीता की 251 मीटर ऊंची भव्य अष्टधातु की प्रतिमा जो कि विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा होगी के निर्माण कराने का संकल्प लिया गया। स्थानीय परिसदन में रामायण रिसर्च काउंसिल द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सांसद श्री सुनील कुमार पिंटू ने बताया कि इस कार्यक्रम हेतु हमें 10 एकड़ भूमि की आवश्यकता है, जल्द ही हम बातचीत कर स्थान को चिन्हित कर लेंगे सांसद ने कहा कि जगत जननी मां जानकी जी से संबंधित सीतामढ़ी की धरा पर ऐसे ऐतिहासिक कार्य को लेकर वह स्वयं शुरू से चिंतनशील रहे हैं सांसद ने इस कार्य के लिए रिसर्च काउंसिल के प्रमुख मार्गदर्शक परमहंस स्वामी सांदीपेंद्र जी महाराज जो मध्य प्रदेश में नलखेड़ा स्थित बगलामुखी माता मंदिर के महंत हैं को धन्यवाद दिया है। सांसद ने बिहार में सांस्कृतिक चेतना को लगातार बढ़ावा देने के लिए मौजूदा नीतीश सरकार की प्रतिबद्धताओं और उपलब्धियों की सराहना की साथ ही उन्होंने इस पुनीत कार्य में जनमानस से जुड़ने की अपील भी की।
वही प्रेस वार्ता में मौजूद रामायण रिसर्च काउंसिल के राष्ट्रीय समन्वयक तथा जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर हिमालयन योगी स्वामी वीरेंद्रानंद जी महाराज ने कहा कि इसके लिए श्री भगवती सीता तीर्थ क्षेत्र समिति का गठन किया गया है जिसकी अध्यक्षता स्थानीय सांसद श्री सुनील कुमार पिंटू करेंगे। उन्होंने बताया कि ये विशाल प्रतिमा भारत के सांस्कृतिक मूल्यों का समर्थन करेगा उन्होंने कहा कि हम माता सीता जी पर जितना अधिक कार्य करेंगे नारी सशक्तिकरण को उतना ही बल मिलेगा क्योंकि माता सीता जी ही हैं जो धैर्य और साहस की अब तक की सर्वोत्तम उदाहरण है और तब तक रहेंगी जब तक ये धरती रहेगी ।


काउंसिल के संस्थापक एवं महासचिव कुमार सुशांत ने बताया कि यह प्रतिमा 251 मीटर ऊंची होगी ।प्रतिमा के चारों ओर भगवती सीता जी की 108 अन्य प्रतिमाएं भी होंगी जो उनके जीवन दर्शन को बिना किसी शब्द के ही वर्णित कर देंगी । उन्होंने कहा कि इस स्थल को एक पर्यटक एवं शक्ति स्थल के रूप में विकसित करने का हमारा दीर्घकालीन उद्देश्य है जिसमें इंटरप्रेटेशन सेंटर, लाइब्रेरी, पार्किंग, फूड प्लाजा ,लैंडस्कैपिंग के साथ-साथ पर्यटकों की मूलभूत सुविधाओं पर भी चिंतन जारी है।
काउंसिल के सचिव पीतांबर मिश्र ने बताया कि समिति में कुल 21 सदस्य होंगे बाद में चलकर इसका विस्तार 108 सदस्यों तक किया जाएगा । उन्होंने बताया कि समिति में देश के हर प्रदेश से एक-एक सदस्य को शामिल किया जाएगा तथा विश्व के ऐसे देश जहां अधिकांश सनातनी है उन देशों से भी एक-एक सदस्य को नामित किया जाएगा। इस कार्य को गति प्रदान कर इस समिति के सदस्यगण, सांसद जी के नेतृत्व में बिहार और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार को अवगत कराएंगे।
