बिहार सरकार के आम बजट में कृषि, रोजगार, शिक्षा ,स्वास्थ्य, संबंधी बुनियादी समस्याओं को नजरअंदाज किया गया
है। आज के बजट में रोजगार सृजन समेत सरकार ने जो वादा किया था, बिहार की जनता से उस कसौटी पर खरा नहीं उतरा है। उक्त बातें राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष युवा राजद के मो जलालुद्दीन नें बताया की बजट आम जनता के हित से बिल्कुल पड़े हैं। बजट गरीब किसान मजदूर महिलाओं एवं युवाओं की उपेक्षा की गई है।


कोबिड के बाद सरकार ने पलायन रोकने और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन की बात कही थी, किंतु इस बजट में मजदूरों को निराशा हाथ लगी है ।भविष्य को मजबूत रखने का कार्य योजना सतही हैं ।केवल बजट का आकार बढा देने से ही जनता का कल्याण नहीं हो सकता, इसे जमीन पर उतारने की इच्छा शक्ति भी होना चाहिए।

प्रदेश महासचिव युवा राजद के उपेन्द्र विद्रोही नें बताया की इस बजट में समाज के सबसे अंतिम पायदान पर खड़े महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों के आर्थिक उन्नति एवं उनके सर्वांगीण विकास का अभाव है, विशेषकर अल्पसंख्यक समाज इस बजट से अपने आप को ठगा एवं उपेक्षित महसूस कर रहा है।
