ब्यूरो रिपोर्ट सीतामढ़ी
“आओ चलें महाविद्यालय” अभियान के तहत आज बिहार में पहली बार अंगीभूत महाविद्यालय एस एल

के कॉलेज सीतामढ़ी के प्राचार्य एवं अध्यापकों ने छात्रावासों में जाकर विद्यार्थियों से हाथ जोड़कर महाविद्यालय में चलकर संचालित हो रहे वर्ग में उपस्थित होने का आग्रह किया। प्राचार्य प्रो० डॉ० अनिल कुमार सिन्हा के नेतृत्व में अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष एवं शिक्षक संघ के सचिव प्रो० ललन कुमार राय, राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो० देवेंद्र नाथ त्रिपाठी, वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० दीपक प्रसाद ,संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो०चंद्रभूषण , प्रो० आलोक कुमार राय, प्रो० अमित कुमार, प्रो० सुरेश राय ,डा० संजय कुमार , नागेंद्र प्रसाद, ईo अभिषेक रंजन, सौरभ श्रीवास्तव, गौतम कुमार, उमाकांत प्रसाद सहित कॉलेज कर्मियों ने महाविद्यालय से निकलकर अंबेडकर छात्रावास कल्याण छात्रावास एवं कर्पूरी ठाकुर अति पिछड़ा वर्ग छात्रावास में जाकर सभी विद्यार्थियों से मिलकर महाविद्यालय में आने की अपील की। उक्त अवसर पर विद्यार्थियों के बीच बोलते हुए प्राचार्य प्रो० सिन्हा ने कहा कि महाविद्यालय के पठन-पाठन का विकल्प कोचिंग इंस्टीट्यूट या ट्यूशन नहीं हो सकता है। महाविद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास का प्रयास किया जाता है और आज किसी न किसी कारण से महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बहुत ही कम हो गई है जो दुखद है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील किया कि महाविद्यालय में विषयों के विशेषज्ञ शिक्षक पठन-पाठन में लगे हैं और उसका लाभ ग्रामीण एवम सुदूर क्षेत्र से आने वाले सीतामढ़ी के नौजवानों को विद्यार्थियों को लेना चाहिए। सभी अध्यापकों ने उनसे महाविद्यालय में आने की अपील की ।

उन्होंने कहा कि परीक्षा फॉर्म भरना नामांकन लेना रजिस्ट्रेशन कराना पठन-पाठन नहीं है बल्कि वर्ग में क्लास करना और महाविद्यालय द्वारा चलाई जा रही अन्य गतिविधियों में भाग लेना ही उनके विकास की कुंजी है । उन्होंने कहा कि इस प्रकार का अभियान सर्व शिक्षा अभियान के तहत छोटे-छोटे बच्चों के लिए चलाया जाता रहा है लेकिन पहली बार कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए व्यापक स्तर पर डोर टू डोर जाकर बच्चों को महाविद्यालय में आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जो पूरे बिहार के शिक्षण संस्थानों के लिए दिशा देने का काम करेगा। छात्रावासों में रहने वाले विद्यर्थियों में ख़ुशी की लहर थी ।उनके बीच कालेज के प्राध्यापक बल्कि प्राचार्य स्वयं हाथ जोड़े खड़े थे ।विद्यर्थियों ने करतल ध्वनि के साथ सबों क़ा स्वागत किया बल्कि दोनो हाथ उठाकर कालेज में वर्ग करने का संकल्प लिया ।इस अनोखे अभियान सर्वत्र चर्चा का विषय है । प्राचार्य प्रो० सिन्हा ने अभिभावकों से भी अपने बच्चों को महाविद्यालय में भेजने की अपील किया ।



