ब्यूरो रिपोर्ट मुज़फ्फरपुर

बिहार के सीतामढ़ी स्थित जनक नंदनी माँ सीता (जानकी ) प्राकट्य स्थली पुनौरा धाम , त्रेतायुग कालीन गौरवपूर्ण कृषि सभ्यता के संस्कृतिक , धार्मिक , पौराणिक एवं ऐतिहासिक धरोहर अपने विकास का राहे देख रही है। श्री राम जन्म भूमि का निर्णय आने से पहले NDA द्वारा उक्त स्थल पर घोषणाएं की झड़ी 2018 में आम चुनाव से पहले लगी।कोरोना काल 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव सम्पन हुआ। लेकिन अब 2022 में उक्त स्थल से ध्यान भटकाने के लिए अनेक तरह के हथकंडे अपनाने को तैयार है ।

श्री राम जन्मभूमि के लिए 480 बर्षो तक संधर्ष , त्याग एवं बलिदान के बाद माननीय उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देश में श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र स्वतंत्र न्यास का गठन कर जनसहयोग से प्रभु श्री राम जी का मंदिर निर्माण का कार्य चलरहा है। ठीक उसी प्रकार माँ सीता ( जानकी ) प्राकट्य स्थली पुनौरा धाम , सीतामढ़ी में भी निर्माण हो। इसके लिए भी माँ सीता ( जानकी ) प्राकट्य स्थली तीर्थ क्षेत्र स्वतन्त्र न्यास का गठन बिहार सरकार के स्तर से हो। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास एक उदाहरण आपके साथ है। भोली भाली जनता भावना में बह जाती है। सनातन संस्कृति में संस्कृति , धार्मिक , पौराणिक एवं ऐतिहासिक स्थल का महत्व होता है न कि किसी मंदिर का।

उक्त बातें विहिपी जिला अध्यक्ष राम विनय कुमार नें फोकस न्यूज अब तक को जानकारी दी ।

