सीतामढ़ी से व्यूरो रिपोर्ट
सीतामढ़ी -संयुक्त किसान मोर्चा से किये गये लिखित वायदे केन्द्र सरकार पूरा करे सहित किसानों के केन्द्रीय तथा स्थानीय15सूत्री सवालों परकिसा-मजदूर तथा महिला किसानो ने सीतामढी समाहरणालय पर धरना-प्रदर्शन किया तथा केन्द्र तथा राज्यसरकार के किसान विरोधी नीति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता रामपदारथ मिश्र ने की।किसानो की मुख्य मांगो मे एम एसपी सीटू+50%को कानूनी दर्जा देने,किसानआन्दोलन मे शहीद715 किसानो के परिजनो को मुआबजा,सभी दर्ज मुकदमें वापस लेने,लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के साजिशकर्ता केन्द्रीय गृहमंत्री को बर्खास्त करने,मंहगी रोको बांधो दाम,डीजल,पेट्रोल,रसोई गैस तथा खाद्य तेल की कीमतआधी करो,सहित स्थानीय मांगे कृषि बाजार समिति का पुनर्गठन हो,मुख्य मंत्री एनसीएलटी मे पहलकर रीगा चीनी मिल चालू कराये तथा किसानो के बकाये 125करोड का भुगतान हो,पावर ग्रिड कार्पोरेशन द्वारा मुआबजा तथा सहमति के वगैर जमीन की लूट पर रोक लगाई जाए,धान की सरकारी खरीद मे अनियमितता की जांच हो,बेलसंड-रून्नीसैदपुर के बीच जलजमाव से मुक्ति हेतू मनुष्मारा केअर्द्धनिर्मित नाला की उडाही हो,मेजरगंज प्रखंड के रूसुलपुर से ढेंग तक तटबंध निर्माण कराकर वहां के गांवो सहित जिले के बडे क्षेत्र को बाढ से सुरक्षा दिया जाए,जिले के सभी क्षतिग्रस्त ग्रामीण सडकों के जीर्णोद्वार तथा लखनदेई नदी के जलप्रवाह के लंवित कार्य को मौनसून पूर्व पूरा कराया जाए,सभी बंद राजकीय नलकूपों को चालू कराने के साथ युद्धस्तर पर सभी निजी नलकूपों को किसान फीडर से जोड़ा जाए।
धरना स्थल पर ही सभा को संबोधित करते हुए किसान नेताओ ने कहा कि 2022तक किसानो की आय दुगुनी करने का वायदा जुमला सावित हुआ उल्टे सरकार डीजल,उर्वरक,कृषियंत्रो को म॔हगा कर खेती की लागत बढाकर तथाअन्य उपभोक्ता सामग्रियों की कीमत बढाकर किसानो की गाढी कमाई छीन रहा है।

सीटू+50%पर कृषि उपज का मूल्य तय करने के वायदे के उलट तय एम एसपी पर भी कृषि उपज की खरीद नही कर खेतीहरों की हकमारी कर रही है,नयेउद्योग खोलने का वायदा दूर चालू रीगा चीनी मिल को बंद करा दिया गया तथा किसान-मजदूरों के बकाये 125करोड रू का भुगतान नही हुआ।पावर ग्रिड द्वारा खेतों की लूट शुरू है।
खेतीहरों के सवालों की उपेक्षा कर सरकार विस्फोटक स्थिति पैदा करना चाह रही है।
मोर्चा का एक प्रतिनिधि मंडल डा आनन्द किशोर के नेतृत्व में समाहर्ता से मिला जिसमे जलंधर यदुबंशी,रामबाबू सिंह,अर्चना कुमारी तथा देवेन्द्र यादव शामिल थे।समाहर्ता ने बिन्दूबार बात की तथा केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार से संबधित मांगों पर शीघ्र पत्र भेजने का निर्देश देते हुए स्थानीय मुद्दों पर भी कार्रवाई का निर्देश दिया।

धरना स्थल पर सभा को किसान नेता डा आनन्द किशोर,प्रो दिगम्बर ठाकुर,जलंधर यदुबंशी,देवेन्द्र यादव,रामबाबू सिंह,मंसूर अहमद खान,विश्वनाथ बुंदेला,मुकेश कुमार मिश्र,मो गयासुद्दीन,जीवनाथ शाफी,आफताब अंजुम बिहारी,संजय कुमार,चन्द्रदेव मंडल,अर्चना कुमारी,शशिधर शर्मा,दिनेशचन्द्र द्विवेदी,सुरेश बैठा,ओमप्रकाश,मो मुर्तुजा,मदन यादव,पारसनाथ सिंह,डा रबीन्द्र कुमार सिंह,अवधेश कुमार यादव,सरपंच राकेश मंडल,रेणु देवी,भिखारी शर्मा,डा कमलेश्वर विनोद,राजेन्द्र चौधरी,अशोक निराला,जयप्रकाश यादव,शिवकुमार, सुशीला देवी,नागेंद्र प्र सिंह, शिंकू कुमारी,चन्दन पासवान, रामनरेश झा,दिनेश चौधरी, ओमप्रकाश यादव,सुधीर यादव,लोरिक यादव सहित दर्जनो किसानो ने संबोधित किया तथा किसानो के सवाल पर आन्दोलन तेज करने का ऐलान किया।

