• Fri. Mar 31st, 2023

सीतामढ़ी-विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर एसएलके कॉलेज में आयोजित भव्य समारोह का आयोजन,प्रत्येक वर्ष में कम से कम 5 पौधा लगाकर उसकी देखभाल करने का लिया संकल्प ।

ByFocus News Ab Tak

Apr 22, 2022

ब्यूरो रिपोर्ट सीतामढ़ी

पृथ्वी की रक्षा किए बिना जीवन की रक्षा नहीं की जा सकती। सूखते जल स्रोत ,घटती हरियाली, कटते जंगल, पिघलते ग्लेशियर, बढ़ता तापमान जनसंख्या विस्फोट एवं प्रकृति का दोहन आदि ने हमारे भौतिकवादी सोंच एवं एवं भोग वाद की प्रवृति पर प्रश्न चिन्ह लगा कर रख दिया है। दिन प्रतिदिन हम अपने जीवन के साथ खिलवाड़ करते जा रहे हैं।

उक्त बातें आज विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर एसएलके कॉलेज सीतामढ़ी में आयोजित भव्य समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि पद से प्राचार्य प्रो० डॉ० अनिल कुमार सिन्हा ने कही। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में वैश्विक महामारी से पूरा विश्व अभी उबरा भी नहीं है। लेकिन पृथ्वी पर जिस रूप में खतरे मंडरा रहे हैं उसके कारण प्रकृति का चक्र लगातार और अनियमित होता जा रहा है ।अगर समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो पृथ्वी का विकराल रूप होता जाएगा और पेड़ पौधे सहित मानव जीवन एवं जीव जंतुओं पर खतरा उत्पन्न हो जाएगा ।

हमें अपने रहन-सहन के साथ-साथ प्रकृति के साथ के लगाव को और सुदृढ़ करना होगा और प्रकृति के साथ जीने का आदि बनाना होगा। उक्त अवसर पर पृथ्वी की रक्षा के लिए हृदय पर हाथ रख कर एवं एक हाथ में पौधा लेकर प्रत्येक शिक्षक ,शिक्षकेतर कर्मचारी एवं छात्र छात्राओं को संकल्प दिलाया कि हम पर्यावरण की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे साथ ही वर्ष में कम से कम 5 पौधा लगाकर उसकी देखभाल करेंगे और अपने आसपास के बंधुओं को भी पर्यावरण की रक्षा के लिए सजग करने का काम करेंगे। प्राचार्य प्रोफेसर सिन्हा ने इस अवसर पर घोषणा की कि शांति नगर स्थित 3 एकड़ 8 डिसमिल जमीन जिस पर अभी हाल ही में बाउंड्री संपन्न हुआ है उस पर 5 जून 2022 विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पांच सौ पौधा लगाने की शुरुआत की जाएगी।

जो व्यक्ति पौधा लगाएगा उसके नाम उस पौधा के साथ में रहेंगे। वह अपने जीवन में कभी भी आकर उस पौधे को देख सकता है। साथ ही उन्होंने घोषणा किया कि सीतामढ़ी में पहली बार औषधीय पौधों का एक उद्यान शांति नगर में ही महाविद्यालय की जमीन पर लगाया जाएगा जिस पर 50 से 70 औषधीय पौधे लगाए जाएंगे । यह अपने आप में एक अलग प्रकार का उद्यान होगा । उक्त अवसर पर महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने पर्यावरण से संबंधित रंगोली बनाकर एक दूसरे को शुभकामना दिया साथ ही सभी विद्यार्थियों ने अपने तरफ से लाये एक-एक पौधा महाविद्यालय में लगाने का कार्य किया ।

विज्ञापन

प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने भी पौधा लगाया ।उक्त अवसर पर डेढ़ सौ से ऊपर पौधे छोटे बड़े पौधे लगाए गए । प्राचार्य प्रो० सिन्हा ने पहला पौधा लगाया।धन्यवाद ज्ञापन इस कार्यक्रम के प्रभारी वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो० दीपक प्रसाद ने किया ।उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा जीवन की रक्षा है। इसीलिए हम सभी को आगे बढ़कर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने में प्रयास करना है और बच्चों को उन्होंने इस अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दी।

विज्ञापन

समारोह का संचालन बीसीए के अध्यापक प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने किया । प्रो० राय ने पृथ्वी दिवस के अवसर पर प्राचार्य का विशेष रुप से पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया एवं कहा कि हमें गर्व हो रहा है कि हम महाविद्यालय पूरा परिवार इस कार्यक्रम में हर्ष उल्लास के साथ धूमधाम से पृथ्वी दिवस को मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं । इसका श्रेय प्राचार्य को जाता है।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्राध्यापक , कर्मचारी सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इस समारोह में डॉ देवेंद्र कुमार तिवारी, डॉक्टर चंद्र भूषण, प्रोफ़ेसर निखत फातिमा, प्रो राजीव रंजन, डॉ सुरेश राय , प्रो० विनोद कुमार सिन्हा, प्रोफेसर अमित कुमार, प्रोफेसर अनामिका कुमारी, प्रो० चन्दन कुमार सिंह, डॉ संजय कुमार, डॉ सुरेश चंद्र, नागेंद्र प्रसाद बड़ा बाबू , प्रो० मृत्युंजय प्रसाद , ई०अभिषेक रंजन, विकास कुमार, सौरभ श्रीवास्तव, अरविंद कुमार गौतम कुमार बैजू कुमार, बैजू कुमार, निराली कुमारी ,नेहा, स्वाति ,श्वेता, मुस्कान, रोशन शुभम, ओम प्रकाश ,नरेंद्र कुमार, राहुल पाठक ,नाजिम, सोनू मैक्स नवीन आदि उपस्थित थे ।

विज्ञापन

Related Post

दशकों से ‘भगवान’ के लिए कपड़े बना रहा ‘अल्लाह’ का बंदा
अब्दुल कादिर और उनके बेटे मो. सुहैल के हाथ से सिले कपड़ों से सुसज्जित होते है भगवान श्रीराम, जानकी और हनुमान के परिधान
पिछले तीन पीढ़ियों से लगातार सिलाई कर रहा अब्दुल कादिर और उनका परिवार
जानकी मंदिर, हनुमान मन्दिर, श्याम मंदिर समेत दर्जनों मंदिरों के कपड़ों की करता है सिलाई
सीतामढ़ी की बेटी को राज्यपाल ने स्वर्ण पदक से किया सम्मानित
सीतामढी भव्य सामूहिक रुद्राभिषेक का हुआ आयोजन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed