गौतम कुमार की रिपोर्ट। सीतामढ़ी-एक माह पूर्व लाखो की लागत से निर्मित सड़क जगह -जगह दरार होने से इसकी गुणवत्ता की पोल खुलने लगी है।बताते चलें प्रखंड क्षेत्र के बैरहा बराही पंचायत के वराहीजीवा गांव के पीसीसी सड़क निर्माण के समय
संवेदक द्वारा घटिया मटेरियल लगाए जाने की शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा विभाग से की गई थी।उस वक्त विभगीय जेई रोहित कुमार द्वारा जांचकर कार्यवाई करने की बात कही थी।

पर ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण के समय विभगीय पदाधिकारियों द्वारा इस सड़क की गुणवत्ता की जांच की गई होती तो इतना जल्दी यह नौबत नही आती।पहली वारिस मेही सड़को को जगह जगह टूटे जाने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त देखी जा रही है।मालूम हो कि ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत वराहीजीवा गांव स्थित पक्की सड़क से बलुआ टोला जाने वाली सड़क का निर्माण बीते अप्रैल माह में किया गया था। निर्माणित सड़क की लंबाई 2.300किलोमीटर है इसके निर्माण कार्य में 151.328 लाख रुपये लगाए गए थे।जिसमें संवेदक द्वारा देहाती बालू का धड़ल्ले से उपयोग किया गया था।बताते चलें कि सामरिक दृष्टि कोण से यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है।यह सड़क बलुआ टोला, गोबर्धन पुर,चांदपुरा, हरकेश सहित दर्जनों गांव के लोगो को एनएच 77 से जोड़ती है।इसके गुणवत्तापूर्ण निर्माण से लंबे समय तक टिकाऊ रहने के साथ ही हजारों लोगों को जिला मुख्यालय से प्रखंड मुख्यालय का आवागमन सुगम हो जाने की उम्मीद थी।इस संबंध में पूछने पर विभागीय कनीय अभियंता रोहित कुमार ने बताया है कि शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी आरोप सत्य पाए जानेपर जमा राशि की भुगतान पर रोक लगाई जाएगी।




