गौतम कुमार की रिपोर्ट
सीतामढ़ी बथनाहा, प्रखंड क्षेत्र में किसानों से गेंहू की खरीदारी करने की योजना फिलहाल अधर में लटकति नजर आ रही है। सरकार के स्तर पर गेंहू खरीददारी की तिथि 20 अप्रैल निर्धारित की गई थी। निर्धारित तिथि के पंद्रह दिन गुजर जाने के बाद भी प्रखंड में किसी पैक्स द्वारा किसानों से गेहूं की खरीददारी का कार्य शुरू नहीं किया जा सका है ।किसानो कड़ी मेहनत से उपजाए अपने गेहूं की फसल को बिचौलियों के हाथ भाव के भूषा में बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं ।

सरकारी स्तर पर समय पर गेंहू की खरीदारी नहीं होने के कारण किसानों को व्यापारियों के पास गेंहू बेचना पड़ रहा है ।बता दे कि सरकार ने 20 अप्रैल से जिले के सभी प्रखंड में गेंहू खरीददारी के साथ ही गेंहू का समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति कुंटल निर्धारित किया गया था। लेकिन विभागीय अस्तर पर कोई तैयारी नहीं होने से प्रखंड में अब तक एक छटांग गेहूं का श्री गणेश नहीं हो सका है । विभागीय तैयारी को नही देखते हुए गेंहू की खरीददारी कब तक शुरु होगी यह कह पाना संभव नहीं है।जिसे किसान अपनी उत्पादित फसल का उचित मूल्य पाने के लिए परेशान है ।सूत्रों की माने तो पैक्स समिति को भी गेंहू खरीददारी के संबंध में कोई अस्पष्ट निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। वही कुछ किसान इस बात का भी तर्क दे रहे हैं कि सरकार द्वारा निर्धारित किया गया समर्थन मूल्य काफी कम है। इसके चलते किसान भी सरकारी क्रय केंद्रों पर गेंहू बेचने के प्रति उत्साहित नहीं है। ऐसे में किसान घर बैठे ही समर्थन मूल्य के आसपास की मूल प्राप्त कर ले रहे हैं ।

किसान विमल जायसवाल ,राम नाथ प्रसाद यादव ,नवीन झा,अमरेश कुमारसिंह,हरि शंकर चौधरी ,दिनेश ठाकुर, आदी की मानें तो सरकारी क्रय केंद्रों पर गेंहू बेचना टेढ़ी खीर है ।इन किसानों का कहना है कि धान की बिक्री से किसानों को सबक मिल गया है। सरकारी स्तर पर गेंहू बेचने के लिए काफी कवायद करनी पड़ती है जो किसानों के लिए काफी कठिन है।

इस संबंध में प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी गणेश कुमार ने बताया है कि सरकार द्वारा आवंटित लक्ष्य की जानकारी गेंहू की खरीदारी करने वाले पैक्स अध्यक्षो को देदी गई है लेकिन समर्थित मूल्य बढ़ोतरी करने एवं गोदाम खाली नही रहने का हवाला देकर पैक्स अध्यक्षों द्वारा खरीददारी शुरू नही किया जा सका हैं ।सरकार के आदेश के आलोक में विभाग द्वारा किसानों से गेहूं खरीदारी की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करेगी ।


