सोनबरसा से कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी सोनबरसा- प्रखंड क्षेत्र के मढ़िया पंचायत में बाबा मानकेश्वर धाम मंदिर के सभागार में राजद का सदस्यता अभियान पूर्व प्रमुख संजय के नेतृत्व में चलाया गया। जिला अध्यक्ष से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में यह सदस्यता अभियान आयोजित हुई। सदस्यता अभियान का उदघाट्न पूर्व प्रमुख सह जिला पार्षद संजय कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। उदघाट्न कर्ता संजय कुमार ने कहा कि राजद ही एक मात्र पार्टी में जिसने गरीबों, वंचितों एवं शोषितों की लड़ाई लड़ी।

समाज के हर वर्ग को न्याय एवं इंसाफ दिलाया। सामाजिक न्याय की लड़ाई लालू प्रसाद ने शुरू की, उसको तेजस्वी यादव आगे बढ़ा रहे है। भ्रष्टचार, गरीबों के हक हुकूक के लिए सदन से सड़क तक संघर्ष कर रहे है। बिहार में अपराध चरम पर है। डबल इंजन के सरकार के सामाजिक ताना बाना को रौंदा जा रहा है। माहौल सम्प्रदायिक किया जा रहा है। हम सभी को अपने सत्ता की राजनीति के लिए बांटा जा रहा है। मंहगाई चरम पर है। अब बिहार की जनता तंग आ चुकी है। राजद की ओर झुकाव लगातार बढ़ता जा रहा है इसका प्रमाण आज का यह विशाल सदस्यता अभियान में लोगों की भीड़ उमरना है। तेजस्वी ही बेरोजगार युवकों को रोजगार दे सकते है। बिहार के चौमुखी विकास के लिए राजद ही विकल्प है। समारोह के संबोधित करते हुए पूर्व मुखिया मो सदरे आलम खान ने कहा कि समस्याओं के समाधान के लिए एकजुटता जरूरी है। समय आ गया है कि हम लोग एकजुट हो निकम्मी सरकार से सत्ता से बेदखल करे और तेजस्वी की सरकार बनायें, ताकि युवकों को रोजगार मिलें, मंहगाई और भष्टाचार पर अंकुश लगे। राजद के सक्रिय कार्यकर्ता उपेंद्र पासवान ने कहा कि इस निरंकुश सरकार में अधिकारी बेलगाम है। आम जनता को सम्मान नही मिल रहा है। आम जनता अपने समस्याओं से परेशान है उनकी सुननेवाला कोई नहीं।

हम बाबा साहेब के बनाए संविधान को मानने वाले लोग है। उन्होंने कहा कि संजय ने विशाल सदस्यता अभियान में उत्साहपूर्वक लोगों ने सदस्यता ली। समारोह की अध्यक्षता राम पिृत महतो एवं संचालन उपेंद्र पासवान ने की। समारोह को क्रांति कुमार, प्रविका देवी, राम बली महतो आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने सदस्यता अभियान के सफल आयोजन के लिए पूर्व प्रमुख संजय को बधाई दी।काफी संख्या में लोगों ने राजद की सदस्यता ली। विशेष कर युवओं और महिलाओं में काफी उत्साह देखा गया। मौके पर नगीना महतो, राजेंद्र ठाकुर, सुरेंद्र महतो, रवि पूर्वे, हरि नारायण महतो, विदेंश्वर महतो, गणेश महतो, विरेंद्र महतो, रंणधीर कुमार, रामजी समेत दर्जनों मौजूद थे।



