सीतामढ़ी-बथनाहा प्रशानिक उदाशीनता व पंचायत प्रतिनिधियों की मनमानी के कारण विगत छह माह पूर्व ध्वस्त सड़को की नही हुआ जीर्णोद्धार।इस टूटी सड़को मरम्मती नही किए जाने से छह माह से चार चक्का वाहनों परिचालन पूरी तरह बंद पड़ा है।इस सड़क से आवागमन बन्द होने के कारण वाहन चालको को आधा किलोमीटर की दूरी तय करने में दो किलोमीटर की दूरी तय कर अपने गंतव्य स्थान पर पहुचने की विवशता बनी रहती है।ग्रामीण अनिल चौधरी,नरेंद्र मिश्र, संजय पासवान, विकाउ पासवान वार्ड सदस्य रूपेश मिश्र सहित दर्जनों लोगों ने बताया की इस ध्वस्त पड़े सड़को की मरम्मती के लिए पंचायत के वर्तमान मुखिया से लेकर बीडीओ से भी गुहार लगाई गई पर किसी ने इन टूटी सड़को की मरम्मती के लिए अपना ध्यान देना मुनाशिव नही समझे जिसे स्थिति यथाबत बनी हुई ।बताते चले कि वर्ष 2020 के फरवरी माह में तत्कालीन मुखिया रेखादेवी द्वारा मनरेगा योजना के तहत लाखो की लागत से स्थानीय निवासी हरिशंकर चौधरी के घर के समीप से मो0 आलिम के घर के समीप तक पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया था।स्थानीय लोगों का आरोप है गुणवत्तापूर्ण मटेरियल नही देने के कारण दो वर्ष में ही इस सड़क की हालत जर्जर हो गई है।कहि -कहि तो सड़क टूटकर इस कदर खराब हो गई है कि पैदल चलना मुश्किल हो गया है।निर्माण के समय भी कई लोगो ने इसकी शिकायत प्रखंड पदाधिकारियों से की थी बावजूद कोई पदाधिकारी जांच करना मुनाशिव नही समझे ।मालूम हो कि सामरिक दृष्टिकोण से यह सड़क अतिमहत्वपूर्ण हैं।यह सड़क रीगा -मेजरगंज पथ को डायन छपरा चौक से एनएच 77 मधुबनी मोड़ को जोड़ती है।इस संबंध में पूछने पर बीडीओ अजित कुमार ने कहा कि यह मेरे सज्ञान में नही था यथाशीघ्र मुखिया से बात कर इसकी मरम्मती कराकर आवागमन सुचारू किया जाएगा।




