भरत चौबे साथ साथ ब्यूरो रिपोर्ट
हम बात करते हैं जगत नंदनी मां सीता जन्म स्थली सीतामढ़ी की जहां एक मां ने अपने बच्चे को 9 महीने तक पेट में रखने के बाद प्रसव कराया। प्रसव के बाद महिला ने अपने बच्चे को सदर अस्पताल के शौचालय में छोड़कर फरार हो गए। हालांकि महिला की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। यह पूरा मामला आज से 4 दिन पहले का है। जब सदर अस्पताल के एक महिला सफाई कर्मी सरिता कुमारी शौचालय साफ करने गई थी। इसी दौरान उसकी नजर शौचालय के फर्श पर पड़े नवजात शिशु पर पड़ा। जिसके बाद उसने उस बच्चे को गोद में उठाकर डॉक्टर के पास लाई। जहां चिकित्सकों ने बच्चे की गंभीर हालत देखते हुए अस्पताल के शिशु एसएनएसयू में भर्ती कराया।

जहां पिछले चार दिनों से अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा दिन रात देखभाल करने के बाद आज बच्चा पूरी तरीके से स्वस्थ हो गया है। इस संबंध में शिशु रोग विशेषज्ञ व नोडल पदाधिकारी हिमांशु शेखर ने बताया कि काफी देर तक फर्श पर अरे रहने से बच्चे का पूरा शरीर ठंडा हो गया था इसकी वजह से बच्चे की हालत काफी बिगड़ गई थी जिसके बाद डॉक्टरों के द्वारा उसे बार-बार में रखकर गर्म किया गया और ऑक्सीजन भी दिया गया। बताया जा रहा है कि बच्चे के स्वस्थ होने के बाद चाइल्डलाइन को इसकी सूचना दे दी गई है। चाइल्डलाइन के कर्मी का इंतजार किया जा रहा है। कर्मियों के आने के बाद बच्चे को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया जाएगा। वहीं सफाई कर्मी महिला सरिता ने बताया कि उस महिला को बच्चे को छोड़ जाते देखी है। उसने बताया कि उक्त महिला की शादी आज से 2 महीना पहले हुआ था। उसके गर्भ में 7 महीने पूर्व से ही बच्चा पल रहा था जिसके बाद उसके परिवार वालों ने गर्भ को हटाने की बात कही। इसी बीच प्रसव कराने के बाद महिला के द्वारा बच्चे को फर्श पर छोड़ भाग गई।

