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नेपाल में गोलगप्पा प्रतिबंध होने के बावजूद सीमा पर धरल्ले से बिक रहा गोलगप्पा, भारत में भी हैजा रोग का खतरा, जिला प्रशासन मौन ।

ByFocus News Ab Tak

Jul 2, 2022

भरत चौबे के साथ ब्यूरो रिपोर्ट

नेपाल में हैजा जैसे महामारी को देखते हुए गोलगप्पा यानी पानीपुरी पर पूर्णतः प्रतिबंध कर दिया गया है। हालांकि भारत-नेपाल सीतामढ़ी से सटे बॉर्डर इलाके में धड़ल्ले से गोलगप्पे का बिक्री जारी है। बताते चलें की पड़ोसी देश नेपाल से हजारों लोगों का आवागमन यहाँ जारी होने के बाबजूद भी भारत में गोलगप्पा की बिक्री जारी है । और भारत के अलावे नेपाल के हजारों लोग प्रतिदिन गोलगप्पे का आनंद भी ले रहे हैं। नेपाल में पूर्ण रूप से प्रतिबंध तो लगा दिया गया है लेकिन भारत में अब तक इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

नेपाल और भारत के बीच रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं। ऐसे में भारत में भी हैजा रोग दस्तक देने का संभावना दिख रही है। पिछले 4 दिनों से लगातार रुक-रुक कर बारिश भी हो रही है। बावजूद हमेशा की तरह गोलगप्पा का स्टॉल लग रहा है। और प्रतिदिन लाखों रुपए के गोलगप्पे बिक रहे हैं। जिसमें हजारों की संख्या में नेपाल के लोग गोलगप्पे का आनंद ले रहे हैं। उन्हें बिल्कुल खौफ नहीं है।

बतादे कि नेपाल की काठमांडू घाटी के ललितपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी(LMC) में गोलगप्‍पे यानि पानीपुरी पर प्रतिबंध लगाया गया हैं दरअसल, पिछले कुछ दिनों से घाटी में हैजा रोग के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में नेपाल की प्रशासन ने पानीपुरी की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, ताकि हैजा को रोकने में मदद मिल सके। बतादें कि घाटी में अभी तक हेजा के 14 मामले सामने आ चुके हैं। हैजा फैलने के बाद स्‍थानीय प्रशासन सख्‍त हो गया है और खुले में बेचे जाने वाली चीजों की जांच की जा रही है। इस रान गोलगप्‍पों के लिए इस्‍तेमाल होने वाले पानी में हैजा के बैक्‍टीरिया पाए गए हैं। नेपाल प्रशासन के द्वारा लोगों को भी ऐसी चीजों से दूर रहने के लिए कहा जा रहा है। बतादे नेपाल की सीमा भारत से लगती है और हजारों लोग यहां से वहां जाते हैं। ऐसे में भारत को भी सतर्क रहना होगा। हैजा तेजी से फैलने वाली जल जनित बीमारी है। सीतामढ़ी मानसून सक्रिय हो गया है। ऐसे में एतिहात बरतनी होगी।

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