
मो कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी- अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री मो जमा खान के आश्वासन के बावजूद मदरसा शिक्षक वेतन भुगतान से वंचित हैं। प्रभारी मंत्री के सीतामढ़ी दौरा के दौरान 23 जून 2021 को मदरसा शिक्षक जिला अतिथि गृह के कैंपस में धरना पर बैठ गए थे।
मंत्री जमा खान शिक्षको के शांतिपूर्ण धरना से काफी प्रभावित हुए थे और शिक्षकों के धैर्य एवं सब्र की सराहना की थी। उन्होंने शिक्षकों को आश्वस्त किया था कि मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से भेंट कर वेतन भुगतान शीघ्र करवा देंगे। पंरतु प्रभारी मंत्री के आश्वासन के बावजूद अब तक वेतन भुगतान नही हो सका। मालूम हो कि 609 कोटि के मदरसा शिक्षकों को 43 महीना से वेतन का भुगतान नही हो रहा है।

जिससे इन शिक्षकों को परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।अगस्त महीना में वेतन भुगतान शुरु नहीं हुआ तो मदरसा शिक्षक आंदोलन एवं भूख हड़ताल शुरू करेंगे। मदरसा रहमानिया मेहसौल के पूर्व अध्यक्ष मो अरमान अली, मदरसा रहमानिय मेहसौल के पूर्व प्राचार्य मौलाना मो अनवारूल हक, अब्दुल वदुद मजाहिरी, मदरसा यूनियन के नेता मो जलालुद्दीन कुरैशी उर्फ नेहाल, कारी मो मुश्ताक अहमद, मौलाना जियाउल रहमान क़ासमी,मो तालीब हुसैन आजाद, मो मोनाजिरुल इस्लाम, मो अजमल मौलाना मो गुफरान, मौलाना जाहिद हुसैन अंसारी, मो साबीर , मो मोख्यार, अहमद रेजा आरजू, मौलाना नजीर, सलीम दुर्रानी ने कहा कि प्रभारी मंत्री मो जमा खान ही अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं। ऐसे में हमलोगों को उम्मीद जगी थी लंबित वेतन का भुगतान हो जायेगा। अफसोस है कि मंत्री मो जमा खान ने इसे गंभीरता से नही लिया। आज भी मदरसा शिक्षक टकटकी लगाए बैठे है। ईद, बकरीद का त्योहार भी गुजर गया।

2459+1 कोटि अन्तगर्त 609 कोटि मदरसा शिक्षको को जीविका चलाना मुश्किल हो गया है। अब दुकानदार उधार भी देने को तैयार नही। त्योहार की बात छोड़े परिवार को दो वक्त रोटी मुहैया कराना मुश्किल हो गया है। इस दौरान सात शिक्षकों का निधन भी हो चुका है।



