मो कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी- नानपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय नानपुर में 2 अगस्त को मध्याह्न भोजन में कीड़ा की बात सामने आने पर मुखिया सुजीत कुमार द्वारा मध्याह्न भोजन पर रोक लगा दी थी। जिसकी सूचना नानपुर बीईओ ने पीएम पोषण योजना के डीपीओ संजय कुमार देव कन्हैया से की। सूचना पर डीपीओ कन्हैया के साथ नानपुर बीईओ उक्त विद्यालय की बुधवार पहुंच स्थलीय जांच की, जांच में यह आरोप निराधार पाया गया।

क्या था मामला- मंगलवार 02 अगस्त को मध्य विद्यालय नानपुर में मध्याह्न भोजन करते समय छठी वर्ग की छात्रा प्रीति कुमारी को सोआबीन में लाल रंग का पदार्थ मिला था, जिसे वह कीड़ा समझ बैठी। इसकी सूचना मुखिया सुजीत कुमार को मिली। उन्होंने मध्याह्न भोजन पर रोक लगा दी। हालांकि इसकी सूचना शिक्षक मुकेश महतो को मिलने पर प्रधानाध्यापिका मंजु कुमारी ने शिक्षकों और रसोईयां के समक्ष लगभग 50 सोआबीन फोरकर इसकी जांच की, परंतु प्रमाणित नही हो सका। शिक्षकों और रसोईयां ने सब्जी खाया, उन्हें ऐसा कुछ नही दिखा।

बीईओ एवं डीपीओ ने की स्थलीय जांच- सूचना मिलने के पश्चात डीपीओ कन्हैया एवं नानपुर बीईओ मध्य विद्यालय नानपुर संयुक्त रूप से स्थलीय जांच करने बुधवार पहुंचे। डीपीओ कन्हैया ने बताया कि जांच में आरोप पूर्णतः निराधार प्रमाणित हुआ। संदेह पर कीड़ा की बात सामने आई थी, परंतु ऐसा कुछ नही था। डीपीओ ने अपने समक्ष बनवाया मध्याह्न भोजन- स्थलीय जांच में मामले को आधारहीन मानते हुए मध्यान्ह भोजन बनाने का आदेश दिया और अपने समक्ष मध्यान्ह भोजन बनवाया। प्रधानाध्यापिका मंजू कुमारी को मध्यान्ह भोजन बनाते समय प्रतिदिन एक शिक्षक से शुद्वता और स्वच्छता की जांच एवं अनुश्रवण कराने की जवाबदेही का निर्देश दिया।







