अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में आयोजन
जुही राज के साथ स्वर्णलता की रिपोर्ट
सीतामढ़ी : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार की शाम शहर के सोनापट्टी स्थित लोहिया भवन में विचार गोष्ठी सह काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। तुलसी जयंती पखवाड़ा और अगस्त क्रांति दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता मुरलीधर झा मधुकर और संचालन उमाशंकर लोहिया ने की।

अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरित मानस मानव जीवन के लिए प्रेरणा से परिपूर्ण है। सामाजिक और पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन का मार्गदर्शक होने के साथ ही धर्म के प्रति सजगता का मार्ग प्रशस्त करने वाला प्रमुख धर्मग्रथ है। कहा कि मानस की चौपाइयां सर्व सुलभ भाषा में होने की वजह से जन – जन में तुलसीदास जी का मानस लोकप्रिय है।

इस अवसर पर साहित्य के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए दरभंगा के विनोद कुमार हंसोडी और नानपुर के गणेश साह को सम्मानित किया गया। साथ ही राजेंद्र सहनी का चेतना और गणेश साह के जीवन दीप काव्य संग्रह का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम के अवसर पर साहित्यकारों ने राष्ट्रभक्ति कविता का पाठ किया। इस अवसर पर प्रो.अनिरुद्ध कुमार सिंह, सुरेश वर्मा, बच्चा प्रसाद विह्वल, राजेंद्र सहनी, योग प्रशिक्षक आलोक कुमार सिंह, विनोद कुमार हंसोडी, शंभू कुमार सागर, जितेंद्र झा आजाद, रामबाबू सिंह, गणेश साह, आचार्य धीरेंद्र झा माणिक्य, राम किशोर सिंह चकवा, नंदिनी सिन्हा व वाल्मीकि कुमार समेत अन्य थे।


