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त्याग और बलिदान का पर्व मुहर्रम शांतिपूर्ण सम्पन्न

ByFocus News Ab Tak

Aug 9, 2022

मो कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढ़ी-सोनबरसा- त्याग और बलिदान का पर्व मुहर्रम शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। सुबह मुस्लिम समुदाय ने ताजिया मिलान किया गया। इस अवसर पर एक दूसरे गांव के खिलाड़ियों का आपस में मिलान हुआ। दोपहर में ताजिया के साथ खिलाड़ियों ने अपने रैन पर करतब दिखाए। विभिन्न स्थलों पर रैन में मेला लगा था। जिसमें महिलांए एवं बच्चे खरीददारी करते नजर आए।
प्रशासन शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए तत्पर रही। विभिन्न स्थलों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल तैनात थे। वहीं प्रभारी बीडीओ गिन्नी लाल प्रसाद, प्रभारी अंचलाधिकारी संदीप कुमार, सोनबरसा थाना प्रभारी सुबोध कुमार एवं कन्हौली थाना प्रभारी प्रवीण कुमार लगातार क्षेत्र भ्रमण करते रहे। इस दौरान फतहपुर के जुलूस में खेल के क्रम में एक युवक को चाकू लग जाने से अफरातफरी का माहौल बन गया। घायल युवक की पहचान फतहपुर निवासी इसराफिल खान के पुत्र अफरोज खान के रूप में हुई है। घायल को इलाज के लिए सोनबरसा पीएचसी में भर्ती कराया गया है। चाकू मारने वाले युवक मो आरिफ के पिता मो जबारूल खान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। घटना की भनक लगते ही डीटीओ रविंद्र कुमार मौका पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया एवं प्रभारी अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी को निर्देश दिया। घटना के बाद फतहपुर गांव में थाना प्रभारी सुबोध कुमार के नेतृत्व में सशस्त्र पुलिस बल ने मार्च किया। देर शाम तक पुलिस प्रशासन भ्रमण करती रही।
मुहर्रम में आपसी सद्भभाव का दिखा असर- मुहर्रम में समाजिक सदभावना का असर देखने को मिला। जिला पार्षद संजय कुमार, पूर्व उप प्रमुख जय किशोर साह ललित, पैक्स अध्य्क्ष अजय पंजियार, संजय पूर्वे, राम प्रीत समेत अन्य जुलूस में शरीक रहे।

वहीं दूसरी ओर प्रखंड क्षेत्र के हनुमाननगर में इस बार लोगों ने ताजिया नही बनाया और नही इस अवसर पर जुलूस निकाला। सरपंच पति ईशा खलीफा ने पूर्व से चली आ रही रीति, रिवाज एवं कुरीतियों को समाप्त किया। मुहर्रम के अवसर पर लोगों ने रोजा रख इबादत की। वहीं पड़ोसी देश नेपाल सोनबरसा के सटे त्रिभुवन नगर में भी लोगों ने सदियों से चली आ रही परम्परा को त्याग रोजा रख नमाज में वक्त गुजारी। लोगों की माने तो कहना ताजिया का इस्लाम धर्म से कोई लेना देना नही है। इस दिन इमाम हुसैन की शहादत हुई थी हम लोग इस अवसर पर ढोल ताशा बजा खेलते थे, जो कुरान एवं हदीस से जायज नही है।

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