मो कमर अख्तर की रिपोर्ट
सीतामढी़ – तेज चिलचिलाती धूप एवं बारिश नही होने से किसान धान की फसल को लेकर चिंतित थे। मायूस किसान को अब उम्मीद की किरण दिखाई पड़ने लगी है। धान लगे खेतों में दरार को देख कर किसानों की एक बैठक वृहस्पतिवार को भुतही मुखिया अखिलेश के नेतृत्व में आयोजित हुई थी। किसानों की समस्याओं को देखते हुए मुखिया अखिलेश ने भुतही चिरैया पुल के समीप बांध बांधने का निर्णय लिया।

जिसमें पूर्व मुखिया मनोज सहित अन्य ग्रामीणों ने सहयोग किया। शुक्रवार से युद्ध स्तर पर ट्रेक्टर, जेसीबी एवं मजदूर ने मिलकर कार्य किया। जिससे तीन दिनों में 100 फीट लंबा, 30 फीट चौड़ा व बीस फीट ऊंचा बांध बनकर तैयार हो गया। पिछले चौबीस घंटा में करीब दस फीट पानी जमा को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगले एक दो दिनों में किसानों को पानी मिलना शुरू हो जाएगा। बांध को देखने कई गांव के किसान पहुंचने लगे हैं। किसान एक दूसरे से कहते नजर आ रहे हैं कि एक से दो दिन में हमलोगों के खेतों में पानी पहुंच जाएगा और धान के फसल की फसल लहलहाने लगेगी।

मालूम हो कि हजारों एकड़ में लगे धान के फसल बर्बाद होने के कगार पर थी। फुलकांहा, मटियार, भुतही, चिरैया, दिग्घी के किसानों के लिए बांध उम्मीद की किरण जगा दी है। इस बांध निर्माण कार्य में मुखिया अखिलेश कुमार ने 35 हजार, पूर्व मुखिया मनोज कुमार ने 15 पंद्रह हजार, पूर्व पैक्स अध्यक्ष वीरेंद्र पंजियार ने 11 हजार निजी कोष से सहयोग किया। शेष राशि कुछ अन्य ग्रामीण द्वारा दिया गया जिससे बांध निर्माण कार्य पूरा कराया गया।




